भारत का पर्यटन क्षेत्र अगले दशक में तेजी से वृद्धि की ओर अग्रसर है। वर्ल्ड टूरिस्ट एंड टूरिज्म काउंसिल (WTTC) की अध्यक्ष और सीईओ जूलिया सिम्पसन के अनुसार, भारतीय पर्यटन उद्योग का आकार मौजूदा 256 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2034 तक 523 बिलियन डॉलर हो सकता है। यह न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा, बल्कि रोजगार के लाखों नए अवसर भी पैदा करेगा।
भारतीय पर्यटन क्षेत्र: रोजगार और आर्थिक योगदान
- वर्तमान में, भारत का यात्रा और पर्यटन क्षेत्र 4.5 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
- अगले 10 वर्षों में, यह आंकड़ा बढ़कर 6.3 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।
- पर्यटन का भारतीय अर्थव्यवस्था में सात प्रतिशत का योगदान है।
2019 से 2023 तक की प्रगति
- 2019: भारतीय पर्यटन क्षेत्र का कुल मूल्य लगभग 211 बिलियन डॉलर था।
- 2023: यह बढ़कर 256 बिलियन डॉलर हो गया, जो दर्शाता है कि यह उद्योग पहले से ही एक मजबूत विकास पथ पर है।
2034 तक क्या बदलेगा?
डब्ल्यूटीटीसी की रिपोर्ट के अनुसार:
- दोगुना आर्थिक आकार:
पर्यटन क्षेत्र का आकार 256 बिलियन डॉलर से बढ़कर 523 बिलियन डॉलर तक हो जाएगा। - रोजगार में बड़ा इजाफा:
इस क्षेत्र में अगले दशक में 6.3 करोड़ लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
भारत: विश्वभर के पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थान
भारत हमेशा से अपनी संस्कृति, तटों, ऐतिहासिक स्मारकों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है।
- भारत में तटीय रिसॉर्ट्स और समुद्र किनारे के क्षेत्र वैश्विक पर्यटन का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं।
- भारतीयों का अतुलनीय आतिथ्य और अद्भुत संस्कृति इसे पर्यटकों के लिए और भी खास बनाती है।
भारत का पर्यटन: वैश्विक मंच पर प्रभाव
भारत में पर्यटन क्षेत्र का विकास न केवल घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा, बल्कि वैश्विक पर्यटन उद्योग में भी देश की पहचान को और मजबूत करेगा।
- देश में पर्यटन क्षेत्र की इस बढ़ती क्षमता के पीछे सुदृढ़ नीतियां, बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर और आकर्षक स्थलों का विकास है।
- यह क्षेत्र वैश्विक मंच पर भारत को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में स्थान दिलाने की दिशा में अग्रसर है।