Indian Railways Rules: ई-टिकट और आईडी प्रूफ न होने पर क्या होगा? जानें रेलवे के नियम

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भारत में लाखों लोग हर दिन भारतीय रेलवे से यात्रा करते हैं। ट्रेन यात्रा सुविधाजनक और किफायती होती है, खासकर लंबी दूरी के सफर के लिए। अधिकतर लोग ई-टिकट के माध्यम से ऑनलाइन बुकिंग करते हैं और यात्रा के दौरान इसका प्रिंटआउट या डिजिटल कॉपी साथ रखते हैं। हालांकि, कई बार यात्री आईडी प्रूफ ले जाना भूल जाते हैं, जिससे परेशानी खड़ी हो सकती है। आइए जानते हैं भारतीय रेलवे के नियम क्या कहते हैं।

ई-टिकट के साथ आईडी प्रूफ क्यों जरूरी है?

भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार, यदि आप ई-टिकट से यात्रा कर रहे हैं, तो वैध पहचान पत्र (ID Proof) साथ ले जाना अनिवार्य है।

  • आईडी न होने पर: टीटीई (TTE) आपको बिना टिकट यात्री मान सकता है।
  • ऐसी स्थिति में आप पर जुर्माना लगाया जाएगा, और टीटीई के पास आपको ट्रेन से उतारने का भी अधिकार है।

बिना आईडी प्रूफ क्या होगा?

  1. यदि आपने ई-टिकट बुक कराया है लेकिन आईडी प्रूफ साथ नहीं है, तो रेलवे आपको बिना टिकट यात्री मानेगा।
  2. परिणाम:
    • जुर्माना लगाया जाएगा।
    • आपकी सीट रद्द कर दी जाएगी।
    • यात्रा जारी रखना मुश्किल हो सकता है।

कितना जुर्माना लगेगा?

टीटीई द्वारा जुर्माना आपकी यात्रा क्लास के आधार पर तय किया जाता है:

  • एसी क्लास: ₹440 का जुर्माना।
  • स्लीपर क्लास: ₹220 का जुर्माना।
  • इसके अलावा, आपको टिकट की कीमत भी चुकानी होगी।

जुर्माना भरने के बाद भी सीट नहीं मिलेगी

अगर आप जुर्माना भर भी देते हैं, तो आपकी सीट रद्द मानी जाएगी।

  • टीटीई द्वारा ई-टिकट कैंसिल कर दिया जाता है।
  • जुर्माना चुकाने के बावजूद आपको सीट नहीं मिलेगी।
  • यदि सीट उपलब्ध नहीं है, तो आपको ट्रेन से उतरने के लिए कहा जा सकता है।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष नियम

वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी यह अनिवार्य है कि वे अपनी उम्र साबित करने वाली आईडी प्रूफ साथ रखें।

  • बिना आईडी के उनका ई-टिकट भी अवैध माना जाएगा।

यात्रा के दौरान ध्यान रखें ये बातें

  1. ऑरिजिनल आईडी प्रूफ: ई-टिकट के साथ एक वैध ऑरिजिनल आईडी प्रूफ हमेशा साथ रखें।
  2. जुर्माने से बचें: अनजान कॉल्स या अन्य गड़बड़ियों से बचते हुए अपनी टिकट और आईडी को सुरक्षित रखें।
  3. सतर्कता जरूरी: टिकट और आईडी की जानकारी हमेशा दोबारा जांचें।