भारतीय रेलवे 2024: वंदे भारत ट्रेनों का विस्तार और हरित ऊर्जा की दिशा में बड़े कदम

Pti10 23 2024 000260b 0 17354874

भारतीय रेलवे ने 2024 में यात्रियों को सुविधाजनक और विश्वस्तरीय यात्रा अनुभव देने के लिए कई अहम पहल की। यह साल मेड इन इंडिया वंदे भारत ट्रेनों के बड़े विस्तार और माल ढुलाई दक्षता को बढ़ाने के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। रेल मंत्रालय ने साल के अंत में जानकारी दी कि अब भारतीय रेलवे नेटवर्क पर 136 वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं। इनमें से 62 वंदे भारत ट्रेनें 2024 में शुरू की गईं। ये सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनें अब आधुनिक, कुशल, और आरामदायक रेल यात्रा का प्रतीक बन गई हैं।

वंदे भारत: यात्रियों की पहली पसंद

वंदे भारत ट्रेनों ने यात्रियों के यात्रा अनुभव को नए स्तर पर पहुंचाया है।

  • प्रमुख सुविधाएं:
    • कवच तकनीक से लैस, जो सुरक्षा का उच्चतम स्तर प्रदान करती है।
    • 360-डिग्री घूमने वाली सीटें।
    • दिव्यांगजनों के लिए सुलभ शौचालय।
  • यात्रियों के बीच वंदे भारत ट्रेनों को प्राथमिकता देने की प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है।

रेलवे विद्युतीकरण और आधुनिकीकरण

भारतीय रेलवे ने पर्यावरण संरक्षण और नेटवर्क के आधुनिकीकरण पर जोर दिया।

  • विद्युतीकरण:
    • 2024 में 3,210 किलोमीटर रेल ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया।
    • ब्रॉड गेज नेटवर्क का विद्युतीकरण अब 97% तक बढ़ा।
  • अमृत भारत स्टेशन योजना:
    • 1,337 स्टेशनों को आधुनिक बनाने के लिए चयनित किया गया।
    • इनमें से 1,198 स्टेशनों पर कार्य शुरू हो चुका है।
    • अन्य स्टेशनों के लिए जल्द ही टेंडर जारी किए जाएंगे।

2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य

भारतीय रेलवे ने 2030 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जक बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

  • हरित ऊर्जा परियोजनाएं:
    • नवंबर 2024 तक:
      • 487 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र।
      • 103 मेगावाट पवन ऊर्जा संयंत्र।
  • पूंजीगत व्यय:
    • 2024-25 में कुल 2,65,200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया।
    • यह भारतीय रेलवे के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा बजट है।

महाकुंभ 2025 के लिए विशेष ट्रेनें

महाकुंभ मेले के अवसर पर पश्चिम रेलवे ने यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए 6 वन-वे स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की।

  • रूट:
    • साबरमती-प्रयागराज।
    • भावनगर टर्मिनस-प्रयागराज।
    • उधना-प्रयागराज।
    • वलसाड-प्रयागराज।
  • लक्ष्य:
    • महाकुंभ मेले के दौरान यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करना।
    • विशेष किराए पर यह सेवा उपलब्ध होगी।