भारत के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक इंडियन बैंक पर श्रीलंका में 20 लाख श्रीलंकाई रुपये (लगभग ₹5.85 लाख) का आर्थिक जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना श्रीलंका के फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन रिपोर्टिंग एक्ट (FTRA) 2006 और उसके नियमों का पालन न करने के कारण लगाया गया है। बैंक ने अपनी नियामकीय फाइलिंग में इस जुर्माने की जानकारी दी और भविष्य में सुधारात्मक कदम उठाने का वादा किया।
जुर्माने का कारण
सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने पाया कि इंडियन बैंक FTRA और उससे संबंधित प्रावधानों का पालन करने में विफल रहा है।
- यह जुर्माना बैंक की श्रीलंका में कोलंबो और जाफना शाखाओं से जुड़े मामलों में गैर-अनुपालन को लेकर लगाया गया है।
- FIU ने इंडियन बैंक की कार्यप्रणाली में सुधार सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया है।
इंडियन बैंक का बयान
इंडियन बैंक ने बयान जारी कर कहा:
“हमने नियमों का पालन सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। श्रीलंका में संचालित हमारी शाखाओं ने सुधारात्मक कार्रवाई की है।”
बैंक ने यह भी स्पष्ट किया कि वह भविष्य में सभी नियामकीय मानकों का पालन करेगा ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इंडियन बैंक का वित्तीय प्रदर्शन
सितंबर 2024 तिमाही में बैंक का प्रदर्शन:
- शुद्ध मुनाफा (Net Profit):
- बैंक का शुद्ध मुनाफा 36% की वृद्धि के साथ ₹2,706 करोड़ रहा।
- पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹1,988 करोड़ था।
- नेट इंटरेस्ट इनकम (NII):
- NII 8% बढ़कर ₹6,195 करोड़ हो गया।
- पिछले साल यह ₹5,740 करोड़ था।
- एसेट क्वालिटी में सुधार:
- ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA):
- घटकर 3.48% रह गया (पिछली तिमाही: 3.77%)।
- नेट NPA:
- घटकर 0.27% पर आ गया (पिछले साल: 0.39%)।
- ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA):
इंडियन बैंक की श्रीलंका में उपस्थिति
इंडियन बैंक श्रीलंका में कोलंबो और जाफना में अपनी शाखाओं के माध्यम से परिचालन करता है।
- ये शाखाएं श्रीलंका में वित्तीय सेवाओं का विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- हालिया जुर्माना बैंक के लिए एक सुधारात्मक अवसर है, जिसे वह नियामकीय ढांचे को मजबूत बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहा है।