अफगानिस्तान में हिन्दू-सिखों की संपत्ति बहाली के फैसले का भारत ने स्वागत किया

नई दिल्ली, 12 अप्रैल (हि.स.)। विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान की तालिबान हकुमत की ओर से हिन्दू और सिख नागरिकों के संपत्ति अधिकार बहाल किए जाने को एक सकारात्मक घटनाक्रम बताया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में यह बात कही। पाकिस्तान के साथ संबंधों से जुड़े सवाल पर जायसवाल ने कहा कि पड़ोसी देश की नेताओं की ओर से परस्पर विरोधी बयान दिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री पद ग्रहण किए जाने पर उन्हें बधाई दी थी। द्विपक्षीय संबंधों के बारे में पाकिस्तानी पक्ष ने परस्पर विरोधी बयान दिए हैं जिन पर हम गौर कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान से इस आशय की रिपोर्ट आई थी कि ताबिलान शासन ने हिन्दू और सिख अल्पसंख्यकों की निजी जमीन एवं अन्य संपत्तियां बहाल करने का फैसला किया है। इस नए रुख के बाद कुछ अल्पसंख्यक अब अफगानिस्तान लौटे हैं।

अमेरिका में कुछ भारतीय छात्रों की मौत से जुड़े सवाल पर प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय राजनयिक मिशन वहां अध्ययनरत छात्रों के संपर्क में है। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। दो छात्रों की मौत का उल्लेख करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि हमें आशा है कि इसका कारण जल्द ही सामने आएगा। एक छात्र की मौत को आत्महत्या बताया जा रहा है जबकि एक अन्य छात्र को गोली मारी गई थी। यह दो मामले हैं जिनकी कानून-व्यवस्था के नजरिए से जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारतीय राजनयिक मिशनों ने छात्रों के साथ संपर्क बढ़ाया है तथा छात्रों से अपनी देखभाल उचित रूप से करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में तीन लाख से अधिक भारतीय छात्र अध्ययनरत हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान भिन्न-भिन्न कारणों से 10 भारतीय छात्रों की मृत्यु हुई है।