ब्रिटेन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर की सुरक्षा में सेंध, भारत ने जताई कड़ी आपत्ति

Britain inida politics diplomacy

ब्रिटेन में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की सुरक्षा में बुधवार को गंभीर उल्लंघन हुआ, जब खालिस्तानी समर्थकों ने सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए उनकी ओर बढ़ने की कोशिश की और भारत विरोधी नारे लगाए।

हालांकि, मेट्रोपोलिटन पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और ब्रिटेन से कूटनीतिक जिम्मेदारियों के पालन की उम्मीद जताई। अब ब्रिटेन सरकार ने भी इस मामले पर बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि यह घटना अस्वीकार्य थी और तुरंत ऐक्शन लिया गया।

क्या हुआ था ब्रिटेन में?

बुधवार को एस. जयशंकर “चैथम हाउस” में एक संवाद सत्र के बाद बाहर निकल रहे थे।
उसी दौरान एक खालिस्तानी समर्थक ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, जबकि अन्य प्रदर्शनकारियों ने भारत विरोधी नारे लगाए।
मेट्रोपोलिटन पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रण में लिया।

ब्रिटेन के विदेश कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि इस घटना की कड़ी निंदा की गई और सुरक्षा एजेंसियों को ऐसे मामलों को लेकर सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

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भारत की कड़ी प्रतिक्रिया

 भारत ने इस सुरक्षा उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए ब्रिटेन को कड़ा संदेश दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा—
“हमने विदेश मंत्री की ब्रिटेन यात्रा के दौरान सुरक्षा उल्लंघन का वीडियो देखा है। हम इस छोटे से अलगाववादी और उग्रवादी समूह की उकसाने वाली गतिविधियों की निंदा करते हैं।”

 भारत ने खालिस्तानी समर्थकों द्वारा लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के दुरुपयोग पर भी नाराजगी जताई और ब्रिटेन से अपने कूटनीतिक दायित्वों को पूरी तरह निभाने की मांग की।

भारत का संदेश—
“हम उम्मीद करते हैं कि मेज़बान सरकार ऐसे मामलों में अपनी कूटनीतिक जिम्मेदारियों का पालन करेगी और इस तरह की घटनाओं को दोबारा नहीं होने देगी।”

ब्रिटेन सरकार का बयान

गुरुवार को ब्रिटेन ने इस मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी और कहा कि—

“यह घटना पूरी तरह अस्वीकार्य थी।”
“हमने तुरंत कार्रवाई की और अराजकतत्वों को स्पष्ट संदेश दिया कि किसी भी तरह की धमकी या डराने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

ब्रिटिश अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे भारतीय प्रतिनिधियों और कूटनीतिक मिशनों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

 मार्च 2023 में खालिस्तानी तत्वों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग से राष्ट्रीय ध्वज उतार दिया था।
 इस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी और ब्रिटिश राजनयिक को तलब किया था।
 भारत लगातार ब्रिटेन से खालिस्तानी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करता रहा है।

क्या होगा आगे?

 ब्रिटेन ने इस बार तुरंत कार्रवाई की और सुरक्षा बढ़ाने का भरोसा दिलाया है।
 भारत लगातार ब्रिटेन से खालिस्तानी तत्वों पर कड़े कदम उठाने की मांग कर रहा है।
 इस घटना के बाद यह देखना होगा कि क्या ब्रिटेन इस मुद्दे पर और सख्त कार्रवाई करेगा।

यह घटना भारत-ब्रिटेन संबंधों में एक और संवेदनशील मोड़ बन सकती है, जिससे भविष्य में ब्रिटिश धरती पर भारतीय कूटनीतिक मिशनों की सुरक्षा को लेकर और कड़े कदम उठाने की जरूरत पड़ेगी।