भारत अतंरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का समापन, भारत के विकास के लिए नवाचार को बढ़ावा देने पर रहा जोर 

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नई दिल्ली, 03 दिसंबर (हि.स.)। आईआईटी गुवाहाटी में पिछले चार दिनों से चल रहे भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का मंगलवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस महोत्सव में भारत को विनिर्माण केन्द्र बनाने के साथ देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। मंगलवार को आयोजित समापन समारोह में असम के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन मंत्री केशव महानता मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस मौके पर सीएसआईआर की महानिदेशक डॉ एन. कलैसेल्वी, सीएसआईआर-एनआईआईएसटी, तिरुवनंतपुरम के निदेशक डॉ सी. आनंदधर्मकृष्णन, विज्ञान भारती के महासचिव पी.ए. विवेकेंद्र पई सहित भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र की कई प्रतिष्ठित हस्तियां मौजूद थीं।

इस कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि केशव महंत ने कहा कि आईआईएसएफ 2024 वास्तव में भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों का एक उल्लेखनीय उत्सव रहा है, जो हमारे भविष्य को आकार देने में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है। पिछले चार दिनों में हमने नवाचार, सहयोग और ज्ञान-साझाकरण का एक प्रेरक प्रदर्शन देखा है, जिसमें जीवन के सभी क्षेत्रों के प्रतिभागी विज्ञान की परिवर्तनकारी शक्ति का पता लगाने के लिए एक साथ आए हैं। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ-साथ उन सभी भागीदारों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि असम इस तरह के एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा है, और हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।