गुजरात में खाता खोलने की उम्मीद में भारत ने एक मजबूत रणनीति अपनाई है, जहां बीजेपी से सीधी टक्कर

लोकसभा चुनाव 2024: देश में कई सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है. पिछले दो लोकसभा चुनावों के दौरान इन सीटों पर विपक्ष को हार का सामना करना पड़ा था. इस बार कांग्रेस गठबंधन यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि उम्मीदवार को सभी दलों का समर्थन मिले, चाहे मुकाबला कितना भी करीबी क्यों न हो। सीधे मुकाबले वाली सीटों पर एकतरफा चुनाव रोकने के लिए उम्मीदवारों के चयन में भी रणनीति तैयार की गई है।

इस बार कांग्रेस ने भी ज्यादातर राज्यों में गठबंधन किया

विपक्ष का मानना ​​है कि बीजेपी को सीधे मुकाबले में वोटों का ध्रुवीकरण करने से ही फायदा हो रहा है. यानी हर बार सत्ता पक्ष ऐसे मुद्दे उठाता है जिससे मुकाबला ध्रुवीकृत हो जाता है. विपक्ष मुस्लिम अपमान के आरोप से बचने के लिए जनता से जुड़े मुद्दे उठा रहा है. साथ ही बीजेपी की कमियों को उजागर करने के साथ-साथ उसकी गारंटी भी जनता तक पहुंचा रही है. विपक्ष की ओर से सभी वर्गों से लुभावने वादे भी किये जा रहे हैं. भारत गठबंधन के तहत कांग्रेस उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बिहार में राजद और तमिलनाडु में डीएमके के साथ चुनाव लड़ रही है। गठबंधन के बावजूद कई राज्यों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर होने वाली है.

राजस्थान और असम को देखिए

राजस्थान में बीजेपी मजबूत दिख रही है लेकिन नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति के बाद बदले समीकरणों के चलते कांग्रेस को यह सीट जीतने की उम्मीद है. असम में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से कांग्रेस का हौसला बढ़ा है लेकिन देखना होगा कि इसका असर लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा या नहीं.

एमपी और गुजरात में क्या होगा

पिछली बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस मध्य प्रदेश में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. इसके अलावा हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. पिछले दो चुनावों में कांग्रेस गुजरात में अपना खाता नहीं खोल पाई थी. इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन से क्या बदलाव हो सकते हैं ये जमीनी स्तर पर देखना होगा.

दिल्ली में इस बार भी सात सीटों पर सीधी टक्कर

दिल्ली में भी इस बार सात सीटों पर सीधा मुकाबला होगा. क्योंकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ रही हैं. सूत्रों का कहना है कि सीधे मुकाबले में विपक्ष की स्थिति बेहतर हो सकती है. वहीं कांग्रेस को छत्तीसगढ़ और हरियाणा में सीटें मिलने की उम्मीद है. हरियाणा में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन है.