जौनपुर, 07 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव का नामाकंन तिथि समाप्त होने के बाद मंगलवार को नामाकंन पत्रों की जांच हुई। जांच में जौनपुर लोकसभा सीट से निर्दल प्रत्याशी अमित कुमार सिंह का पर्चा निरस्त हो गया। अपना पर्चा निरस्त होने के बाद अमित सिंह कलेक्ट्रेट परिसर में फूट फूटकर रो पड़ा। पर्चा रद्द होने का जिम्मेदार उसने अधिवक्ता और नामाकंन कराने वाले अधिकारियों को ठहराया।
जिले के दरियावगंज गांव के निवासी अमित कुमार सिंह पुत्र राजेश सिंह ने जौनपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामाकंन के अंतिम दिन को एक सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया था। आज नामाकंन पत्रों की जांच में उनके दस्तावेज में जमानत राशि का चालान न होने के कारण पर्चा निरस्त कर दिया गया। पर्चा खारिज होने के बाद अमित सिंह फूट फूटकर रो पड़े। उन्होंने रोते हुए मीडिया को बताया कि मैने नामाकंन भरने के लिए 30 अप्रैल को 25 हजार रुपये जमा किया था। चालान भी मैने वकील को दिया था। वकील ने मेरे नामाकंन पत्र के साथ चालान नही लगाया। पीड़ित नामाकंन में लगे अधिकारियों पर भी आरोप लगाया कि पर्चा लेते समय किसी ने नहीं बताया कि चालान नहीं लगाया गया है, यदि बताया होता तो मैं उसे लगा देता। उम्मीदवार ने बताया कि मैं अपना घर व सोना, चांदी बेचकर लोकसभा जौनपुर का चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किया था। पच्चीस हजार रुपये का ट्रेजरी चालान जमा किया था। नामांकन पत्र में ट्रेजरी चालान न लगे होने के कारण पर्चा खारिज कर दिया गया।