IND vs ENG: देवदत्त पडिक्कल ने टेस्ट डेब्यू करते ही बनाया रिकॉर्ड, भारतीय क्रिकेट इतिहास में दूसरी बार हुआ ऐसा

धर्मशाला टेस्ट में एक खास खिलाड़ी को लेकर लगाई जा रही अटकलें सच साबित हुई हैं और देवदत्त पडिक्कल को आखिरकार टेस्ट डेब्यू का मौका मिल गया है. वह भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने वाले 314वें खिलाड़ी हैं। धर्मशाला टेस्ट के लिए टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में रजत पाटीदार की जगह पडिक्कल को अश्विन से टेस्ट कैप मिली। बीसीसीआई ने खुलासा किया कि रजत पाटीदार को टखने की चोट के कारण धर्मशाला टेस्ट से बाहर बैठना पड़ा.

देवदत्त पडिक्कल बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और इस समय शानदार फॉर्म में हैं। अपने पिछले छह प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने तीन शतक और एक अर्धशतक बनाया है। 31 मैचों के प्रथम श्रेणी करियर में, पडिक्कल ने 44.54 की औसत से 2,227 रन बनाए हैं, जिसमें छह शतक और बारह अर्धशतक शामिल हैं।

रजत पाटीदार की जगह देवदत्त पडिक्कल को मौका मिला है.

बीसीसीआई के मुताबिक देवदत्त पडिक्कल को धर्मशाला टेस्ट में मौका मिलने के पीछे मुख्य वजह रजत पाटीदार का चोटिल होना है. अभ्यास सत्र के दौरान पाटीदार के टखने में चोट लग गई। मौजूदा सीरीज में मौजूदगी के बावजूद पाटीदार का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. श्रृंखला के तीन टेस्ट मैचों में, वह कोई भी बड़ी पारी खेलने में असफल रहे, उन्होंने अपनी पहली टेस्ट पारी में 32 रन बनाए, लेकिन बाद की पांच पारियों में उन्होंने 9, 5, 0, 17 और 0 रन बनाए।

 देवदत्त पडिक्कल इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में टेस्ट डेब्यू करने वाले पांचवें खिलाड़ी हैं । उनसे पहले रजत पाटीदार, सरफराज खान, ध्रुव जुरेल और आकाश दीप ने भी इस सीरीज में अपना टेस्ट डेब्यू किया था.

भारतीय क्रिकेट इतिहास में यह दूसरा  मौका है जब एक ही सीरीज में पांच खिलाड़ियों ने टेस्ट डेब्यू किया. आखिरी बार ऐसा 2020-21 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान हुआ था, जहां शुबमन गिल, मोहम्मद सिराज, टी. नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर ने डेब्यू किया था. हालांकि, उस सीरीज में जहां सीनियर खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण युवा खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका मिला था. वहीं मौजूदा सीरीज में खिलाड़ियों के डेब्यू के चलते टीम को उनकी ज्यादा जरूरत है.