गुजरात में हृदय रोग के मामले: गुजरात में पिछले काफी समय से हृदय संबंधी बीमारियों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 108 आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा को वर्ष 2023 में जनवरी से जुलाई तक सात महीनों में 40,258 हृदय संबंधी मामले प्राप्त हुए, इस प्रकार प्रतिदिन 191 मामले, इस बार वर्ष 2024 के सात महीनों में 47,180 कॉल प्राप्त हुए हैं, अर्थात 224 हृदय संबंधी प्रतिदिन आपातकालीन मामले आए हैं जिनमें मरीजों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। जुलाई महीने में गुजरात में 7133 कॉल आईं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 6,322 मरीज आए थे।
सिविल यूएन मेहता हार्ट हॉस्पिटल से जुड़े डॉक्टरों के मुताबिक, पिछले कुछ सालों से युवाओं में हृदय रोग के मामले बढ़े हैं। सच तो यह है कि इसके लिए तेज और अनियमित जीवनशैली, तनाव, शराब का सेवन, धूम्रपान, फास्ट फूड समेत कई कारण जिम्मेदार हैं। 30 से 40 वर्ष की आयु के युवाओं में इस बीमारी का प्रसार लगभग 20 से 22 प्रतिशत तक बढ़ गया है। हृदय रोग के रोगी को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए, चिकित्सकीय सलाह के अनुसार व्यायाम करना चाहिए, जो लोग सात घंटे से कम सोते हैं उनमें यह रोग होने की संभावना अधिक होती है। निजी अस्पताल से जुड़े डॉक्टरों के मुताबिक हृदय गति रुकने से अचानक मौत के मामले में पोस्टमॉर्टम के आधार पर निष्कर्ष निकालना जरूरी है।
एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 के दौरान राज्य में हृदय गति रुकने से 2280 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इसमें 45 से 54 साल के 400 से ज्यादा मरीज शामिल हैं।
सात महीने में कितने केस
शहर और जिला | साल 2023 | साल 2024 |
अहमदाबाद | 12133 | 13906 |
सूरत | 2910 | 3870 |
राजकोट | 2637 | 3103 |
वडोदरा | 1980 | 2408 |
भावनगर | 2177 | 2375 |
जूनागढ़ | 1569 | 1731 |
गांधीनगर | 1063 | 1313 |
जामनगर | 1601 | 1757 |