सर्दियों में गर्मागर्म पराठों और विभिन्न डिशेज का सेवन सबको भाता है। आयुर्वेद के अनुसार, सर्दियों में भूख बढ़ने का कारण शरीर की प्राकृतिक प्रतिक्रिया होती है, जिससे लोग अधिक खाने की प्रवृत्ति अपनाते हैं। हालांकि, अनहेल्दी और अत्यधिक भोजन करने से कब्ज, अपच, और मोटापे जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए, आयुर्वेद में बताए गए तरीकों का पालन करके सर्दियों में स्वस्थ रहना संभव है। यहां जानें सर्दियों में भूख के समय खानपान के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
भूख को अनदेखा करने के नुकसान
आयुर्वेदिक विशेषज्ञ तन्मय गोस्वाल के अनुसार, सर्दियों में भूख को नजरअंदाज करने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जब भूख नहीं मिटाई जाती, तो शरीर में वायु उत्पन्न होती है, जो धातुओं के पाचन में बाधा डालती है और इससे विभिन्न समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
1. कमजोरी और सुस्ती
सर्दियों में भूख लगना सामान्य है, लेकिन कई लोग हेल्दी रहने के प्रयास में कम खाते हैं। ऐसा करने से सुस्ती और कमजोरी बढ़ सकती है। ठंड में ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसलिए संतुलित मात्रा में खाना आवश्यक है।
2. स्किन में ड्राईनेस
सर्दियों में गर्माहट प्रदान करने वाले और हेल्दी फैट्स वाले खाद्य पदार्थों का सेवन जरूरी है। अन्यथा, स्किन में ड्राईनेस बढ़ सकती है, जो बालों को भी प्रभावित करती है।
3. हार्ट फंक्शन में असर
भूख लगने पर पर्याप्त मात्रा में खाना नहीं खाने से हार्ट फंक्शन पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे हार्ट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।
सर्दियों में खाने के लिए फूड्स
अगर सर्दियों में भूख अधिक लगती है, तो खुद को भूखा रखने या अनहेल्दी खाने की बजाय, ऊर्जा प्रदान करने वाले फूड्स का सेवन करें। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, निम्नलिखित खाद्य पदार्थ सर्दियों में खाने चाहिए, ताकि शरीर को पर्याप्त गर्मी और ऊर्जा मिल सके:
- शकरकंद
- हल्दी
- अदरक
- गाजर
- मूंगफली
- काजू
- किशमिश
- बादाम
इन खाद्य पदार्थों का सेवन करके आप सर्दियों में न केवल अपनी भूख को नियंत्रित कर सकते हैं, बल्कि अपनी सेहत को भी बेहतर बना सकते हैं।