पिता-पुत्र और पति-पत्नी के बीच नकद लेन-देन पर भेजा जाएगा आयकर नोटिस? यहां जानें डिटेल्स

इनकम टैक्स नोटिस: अगर आप भी पिता-पुत्र या पति-पत्नी के बीच पैसों का लेन-देन करते हैं तो यह खबर आपके काम की है। दरअसल, इनकम टैक्स हमारे हर लेन-देन पर नजर रखता है। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल आता है कि क्या कैश लेन-देन पर भी इनकम टैक्स नोटिस आ सकता है? आइए जानते हैं कि आप अपने परिवार में कितना कैश लेन-देन कर सकते हैं।

क्या आयकर विभाग नोटिस भेजता है?

टैक्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर घर खर्च के लिए हर महीने पैसे दिए जाते हैं या फिर गिफ्ट के तौर पर पैसे दिए जाते हैं, तो पत्नी इनकम टैक्स के लिए जिम्मेदार नहीं होती है। इन दोनों तरह की रकम को पति की आय माना जाएगा। इस रकम के लिए पत्नी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से कोई नोटिस नहीं मिलेगा। लेकिन, अगर पत्नी बार-बार इस पैसे को कहीं निवेश करती है और उसे इससे आय होती है, तो आय पर टैक्स की देनदारी बनेगी। दूसरे शब्दों में कहें तो निवेश पर होने वाली आय को साल-दर-साल के आधार पर पत्नी की आय के तौर पर कैलकुलेट किया जाएगा, जिस पर टैक्स देना होगा।

आयकर की धारा 269SS और 269T के तहत 20,000 रुपये से अधिक के नकद लेनदेन पर जुर्माना लगाया जा सकता है। हालांकि, कई मामलों में छूट भी दी जाती है।

इन मामलों में दी जाती है छूट

उदाहरण के लिए पिता-पुत्र, पति-पत्नी और कुछ करीबी रिश्तेदारों के बीच लेन-देन पर कोई जुर्माना नहीं लगता है। इन मामलों में छूट दी जाती है। सरल शब्दों में कहें तो पत्नी को इस रकम के लिए आयकर विभाग से कोई नोटिस नहीं मिलेगा। लेकिन, अगर पत्नी इस पैसे को बार-बार कहीं निवेश करती है और उससे आय अर्जित करती है, तो आय पर टैक्स की देनदारी बनेगी।