कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा को लेकर दावा किया जा रहा है कि वह हरियाणा में कांग्रेस का सीएम चेहरा हो सकती हैं. हालांकि, इस मामले पर अभी तक कांग्रेस पार्टी या कुमारी शैलजा की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. आइए आज हम आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि भारत के ऐसे कौन से राज्य हैं जहां अभी तक कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं है।
हरियाणा और अरुणाचल प्रदेश में कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं है
हरियाणा में जहां खेलों में महिलाओं का नेतृत्व सबसे आगे है, वहीं राजनीति में भी महिलाओं का नेतृत्व कम है। खासकर अगर शीर्ष नेतृत्व की बात करें तो हरियाणा में अब तक कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं बनी है. इसी तरह, पूर्वोत्तर सीमावर्ती राज्य अरुणाचल प्रदेश का नेतृत्व कभी भी किसी महिला मुख्यमंत्री द्वारा नहीं किया गया है। अरुणाचल प्रदेश की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में भी महिलाओं की संख्या कम है।
झारखंड और मेघालय में भी यही स्थिति है
यहां तक कि झारखंड में भी आज तक कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं बनी है. दरअसल, आदिवासी मुद्दों और विकास समस्याओं के कारण राज्य की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी सीमित रही है। यहां की राजनीति में हमेशा से ही पुरुषों का वर्चस्व रहा है. झारखंड के अलावा मेघालय में भी यही स्थिति है. मेघालय भी उन राज्यों में से एक है जहां आज तक कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं बनी है. झारखंड की तरह मेघालय की सामाजिक संरचना पर भी हमेशा पुरुषों का वर्चस्व रहा है।
मणिपुर, त्रिपुरा और उत्तराखंड में भी कोई महिला सीएम नहीं बनी
मेघालय की तरह मणिपुर की राजनीति में भी कभी कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं रही। दरअसल, यहां की राजनीति हमेशा जातीय संघर्ष और सामाजिक उथल-पुथल से प्रभावित रही है। इसके अलावा त्रिपुरा में भी कभी कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं रही. इसके अलावा देवभूमि के नाम से मशहूर उत्तराखंड में आज तक कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं बनी है।