नई दिल्ली: विदेश मंत्री जयशंकर की वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति की गहरी समझ विश्व प्रसिद्ध है। स्काई न्यूज ऑस्ट्रेलिया के शेरी मार्कसन जब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थे तो उन्होंने एक साक्षात्कार के दौरान ऑस्ट्रेलिया को बताया था कि यूक्रेन युद्ध के बावजूद भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत चिंतित है। इसके जवाब में विदेश मंत्री ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमने चिंता का कोई कारण बताया है. वास्तव में आज के युग में कोई भी देश अलग-थलग नहीं रह सकता।’
जयशंकर ने पाकिस्तान का उदाहरण देते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ कई देशों के संबंध हैं, तो क्या हमें चिंता करनी चाहिए? क्या हमें उनसे नाता तोड़ देना चाहिए? सोचो पाकिस्तान को मेरी कितनी चिंता है?
यूक्रेन युद्ध के बाद भी भारत रूस से तेल खरीदता है. इस बारे में सफाई देते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत के लिए वहां से सस्ता तेल खरीदना जरूरी है. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया समेत पश्चिमी देशों ने रूस के पूर्ण बहिष्कार को लेकर कहा कि किसी भी देश को अलग-थलग करके समस्याओं का समाधान नहीं किया जा सकता. दरअसल, रूस और यूक्रेन दोनों के साथ भारत के अच्छे संबंध भारत को युद्ध रोकने और शांति स्थापित करने में मदद कर सकते हैं। भारत का मानना है कि युद्ध के मैदान में किसी भी मसले का समाधान नहीं हो सकता. बातचीत की मेज पर ही मामला सुलझ सकता है. भारत के दोनों देशों से अच्छे संबंध हैं इसलिए दुनिया के देश भारत से उस विवाद में मध्यस्थ की भूमिका निभाने को कहते हैं.