एलन मस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संघीय खर्च में कटौती के अभियान का नेतृत्व करने के लिए चुने गए प्रसिद्ध अरबपति एलन मस्क ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका अपने बजट में कटौती नहीं करता है, तो देश दिवालिया हो सकता है। ट्रम्प के नए प्रशासन द्वारा बनाई गई एजेंसी, सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) के प्रमुख ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में ट्रम्प के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल में यह बात कही। मस्क की चेतावनी से ट्रंप की टेंशन भी बढ़ गई है।
एलन मस्क ने ऐसा बयान क्यों दिया?
एलन मस्क ने अमेरिकी बजट में गिरावट पर चिंता व्यक्त की, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 1.8 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया। मस्क ने कहा, “संघीय खर्च में कटौती अब एक विकल्प नहीं बल्कि एक आवश्यकता है।” हालाँकि, ट्रम्प प्रशासन की यह सख्त वित्तीय नीति कानूनी विवाद में उलझती जा रही है।
ट्रम्प ने कुछ दिन पहले ही सरकारी खर्च में कटौती करने के उद्देश्य से कई कार्यकारी आदेश जारी किए हैं। लेकिन, उनकी नीतियों के कारण कई एजेंसियां या तो बंद हो गईं या उनमें काम करने वाले कर्मचारियों को घर भेज दिया गया। परिणामस्वरूप, इस निर्णय को कई अमेरिकी अदालतों में चुनौती दी गई। विपक्षी नेताओं और कई सामाजिक संगठनों ने ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज कराया है और इस नीति को सत्ता का दुरुपयोग बताया है।
एलन मस्क पर उठे सवाल
इस विवाद के बीच एलन मस्क पर हितों के टकराव का भी आरोप लग रहा है। क्योंकि, वह स्पेसएक्स और टेस्ला के सीईओ भी हैं, जिनके अमेरिकी सरकार के साथ कई बड़े अनुबंध हैं। मंगलवार (11 फरवरी) को जब इस बारे में पूछा गया तो मस्क ने जवाब दिया कि वह पूरी तरह पारदर्शी होने की कोशिश कर रहे हैं।
DOGE टीम के एक अन्य निर्णय ने भी आलोचकों के बीच चिंता पैदा कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस एजेंसी ने अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के माध्यम से लाखों अमेरिकी नागरिकों की व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी तक पहुंच प्राप्त कर ली है। इस खुलासे के बाद कई सांसदों और मानवाधिकार संगठनों ने इस पर अपनी आपत्ति जताई है।
फिलहाल इस मुद्दे पर ट्रंप प्रशासन और अमेरिकी अदालतों के बीच सीधा टकराव चल रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ट्रम्प और मस्क की वित्तीय राहत योजनाएं कानूनी बाधाओं को पार कर पाएंगी।