श्री आनंदपुर साहिब लोकसभा क्षेत्र: स्थानीय उम्मीदवार की तलाश में राजनीतिक दल, मतदाताओं की नब्ज टटोलने पर दिया जा रहा जोर

रूपनगर: 2009 में बने नए लोकसभा क्षेत्र श्री आनंदपुर साहिब के मतदाताओं ने अब तक क्षेत्र से बाहर के उन उम्मीदवारों को जिताकर लोकसभा में भेजा है, जिनकी पृष्ठभूमि इस लोकसभा क्षेत्र से संबंधित नहीं थी। हालांकि उन्होंने अपना ठिकाना बना लिया है, लेकिन इस बार परंपरा के विपरीत राजनीतिक दल मतदाताओं की नब्ज को पहचानकर स्थानीय उम्मीदवारों की तलाश कर रहे हैं, क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में आप की बड़ी जीत ने पारंपरिक दलों के राजनीतिक गढ़ों को ध्वस्त कर दिया है। ध्वस्त कर दिए गए अब सभी पार्टियां अपनी राजनीतिक पैठ मजबूत करने के लिए हर कदम उठाने से पहले जनता की आवाज सुनने में जुटी हैं.

जानकारी के मुताबिक राज्य की सत्ताधारी पार्टी के नेता मालविंदर सिंह कंग, दीपक पाली, कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस, रूपनगर हलके के विधायक एडवोकेट दिनेश चड्ढा, मिल्कफेड के चेयरमैन नरेंद्र शेरगिल उम्मीदवारों की कतार में हैं. इसी तरह कांग्रेस पार्टी में दावेदारों में मौजूदा सांसद मनीष तिवारी, राणा गुरजीत सिंह, नवांशहर के पूर्व विधायक अंगद सैनी, लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, पूर्व खेल मंत्री प्रत्त सिंह शामिल हैं, जबकि शिरोमणि अकाली दल के प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, पूर्व कैबिनेट मंत्री डाॅ. दलजीत सिंह चीमा का नाम सामने आ रहा है.

वहीं भारतीय जनता पार्टी से पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना, बीजेपी उपाध्यक्ष सुभाष शर्मा और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा का नाम प्रमुख है. बता दें कि 2009 में श्री आनंदपुर साहिब लोकसभा क्षेत्र बनने के बाद रवनीत सिंह बिट्टू ने 2014 में प्रो. 2019 में प्रेम सिंह चंदूमाजरा और मनीष तिवारी ने जीत हासिल की है.

राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि लोकसभा क्षेत्र में 9 विधानसभा क्षेत्र हैं जैसे कि साहिबजादा अजीत सिंह नगर निर्वाचन क्षेत्र मोहाली, खरड़, रूपनगर जिले के श्री चमकौर साहिब, रूपनगर, श्री आनंदपुर साहिब, शहीद भगत सिंह नगर नवांशहर निर्वाचन क्षेत्र बलाचौर, बंगा, राजनीतिक दल नवांशहर और होशियारपुर जिले के गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्र से अपने स्तर पर मतदाताओं की नब्ज टटोल रहे हैं। खासकर कांग्रेस और अकाली दल, क्योंकि वे विधानसभा में राजनीतिक क्षरण को आग में बदलने को आतुर हैं.

वहीं, अगर अकाली दल और बीजेपी के बीच गठबंधन होता है तो हलके की तस्वीर अलग होगी. सूत्रों का मानना ​​है कि बीजेपी इस सीट पर जोर लगाएगी और किसी बड़े सिख चेहरे को उम्मीदवार बना सकती है. वहीं, कांग्रेस पार्टी की मौजूदा सांसद मनीषा तिवारी को लेकर भी कई तरह के सियासी कयास लगाए जा रहे हैं. दूसरी ओर, राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले युवा नेता, नवांशहर से पूर्व विधायक अंगद सिंह सैनी भी दावेदारों में से हैं, क्योंकि श्री आनंदपुर साहिब निर्वाचन क्षेत्र में सैनी वोट ढाई लाख से अधिक बताए जाते हैं, यह प्लस है अंगद सैनी की उम्मीदवारी के बिंदु.

इसी तरह, बहुजन समाज पार्टी, अकाली दल अमृतसर, सीपीआई-एम और सीपीआई भी उम्मीदवार उतारेंगे। इन पार्टियों में भी कई दावेदार हैं.