पाकिस्तान में बांग्लादेश ने इतिहास रच दिया है. बांग्लादेश ने पाकिस्तान को दूसरे टेस्ट मैच में भी हरा दिया है. यह बांग्लादेश क्रिकेट के लिए उन कुछ पलों में से एक था जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। अब तक बड़ी टीमें पाकिस्तान को उसके घर में बुरी तरह हराती थीं, लेकिन आज बांग्लादेश जैसी छोटी टीमों ने भी पाकिस्तान को बुरी तरह हरा दिया है.
बांग्लादेश जैसी छोटी टीमें क्रिकेट के इस प्रारूप पर ज्यादा ध्यान नहीं देती हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दबदबा बनाया और सीरीज 2-0 से जीती। सीरीज में खेले गए दोनों मैचों के दौरान पाकिस्तान की टीम पूरी तरह से कमजोर नजर आई।
मैच की स्थिति
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शान्तो ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. टेस्ट मैच के पहले दिन बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी. खेल के दूसरे दिन बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की टीम 274 रन पर ऑलआउट हो गई. इस दौरान पाकिस्तान की ओर से सैम अयूब ने 58 रन, शान मसूद ने 57 रन और आगा सलमान ने 54 रन बनाए. जबकि बांग्लादेश की ओर से मेहदी हसम मिराज ने पांच विकेट लिए. इसके अलावा तस्कीन अहमद को 3 और शाकिब अल हसन को एक विकेट मिला.
इसके बाद बांग्लादेश की बैटिंग आई. जहां वह 262 रन के स्कोर पर ऑलआउट हो गईं. हालांकि बांग्लादेश की इस पारी में शुरुआत बेहद खराब रही. उनकी टीम ने महज 26 रन पर 6 विकेट गंवा दिए. हालांकि, टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज लिटन दास और मेहदी हसन मिराज ने पारी को संभाला और टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाया। जहां पाकिस्तान को सिर्फ 12 रन की बढ़त मिल सकी.
बांग्लादेशी गेंदबाजों का कहर
12 रन की मामूली बढ़त के साथ मैदान में उतरी पाकिस्तानी टीम को बांग्लादेश ने महज 172 रन पर आउट कर दिया. बांग्लादेश की टीम ने जब दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में पाकिस्तान को ऑलआउट किया तो सभी 10 विकेट उसके तेज गेंदबाजों ने लिए। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. इसमें स्पिन गेंदबाजों का भी हमेशा योगदान रहा है. बांग्लादेश के तस्कीन अहमद, हसन महमूद और नाहिद राणा ने पाकिस्तान के खिलाफ विकेट लिए. इन तीनों ही गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया. इस बीच हसन महमूद ने पांच विकेट लिए. नाहिद राणा ने चार और तस्कीन अहमद ने एक विकेट लिया और बांग्लादेश को जीत के लिए सिर्फ 185 रनों का लक्ष्य मिला. जिसे उसने केवल 4 विकेट खोकर बड़ी आसानी से हासिल कर लिया.