नए साल के पहले दिन नागपुर के खासला इलाके से एक रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई। 25 वर्षीय उत्कर्ष ढकोले ने अपने माता-पिता की बेरहमी से हत्या कर दी, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। यह मामला कपिल नगर पुलिस स्टेशन के तहत दर्ज हुआ।
पुलिस के मुताबिक, यह वारदात 26 दिसंबर को घटी। आरोपी ने हत्या को छिपाने और इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए साजिश रची। उसने अपने पिता का एक फर्जी सुसाइड नोट तैयार किया और पुलिस तथा परिजनों को गुमराह करने की कोशिश की।
हत्या का खुलासा: पुलिस ने आरोपी से उगलवाया सच
घटनास्थल पर मिले सबूत और परिस्थितियां पुलिस को संदेहास्पद लगीं। जब पुलिस ने उत्कर्ष से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसकी यह भयानक हरकत न केवल परिवार को तबाह कर गई बल्कि मोहल्ले में खौफ का माहौल बना दिया।
हत्या के पीछे की वजह: तनाव और असफलता
पुलिस पूछताछ में उत्कर्ष ने बताया कि वह पिछले छह साल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था, लेकिन लगातार फेल हो रहा था।
- माता-पिता ने उसे पढ़ाई छोड़कर खेती करने की सलाह दी थी।
- पिता लीलाधर ढकोले, महाजेनको कंपनी में टेक्नीशियन थे।
- मां अरुणा, एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थीं।
उत्कर्ष की असफलता पर माता-पिता ताने मारते थे, जिससे वह मानसिक तनाव में था। इस दबाव और शर्मिंदगी ने उसे इस भयावह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
ड्रग्स की लत और गुस्से का कहर
- उत्कर्ष ने यह भी कबूल किया कि वह ड्रग्स की लत का शिकार था।
- नशे की वजह से उसकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई।
- माता-पिता के लगातार तानों और दबाव ने उसे मानसिक रूप से परेशान कर दिया था।
हत्या का दिन:
- 26 दिसंबर: उत्कर्ष ने सुबह अपनी बहन सेजल को कॉलेज छोड़ा।
- घर लौटकर उसने मां अरुणा की गला घोंटकर हत्या कर दी।
- दोपहर में पिता के घर लौटने पर उसने उन पर चाकू से हमला किया और बेरहमी से उनकी जान ले ली।
फर्जी सुसाइड नोट और झूठ की कहानी
हत्या के बाद उत्कर्ष ने अपने पिता के फोन से एक फर्जी सुसाइड नोट लिखा।
- नोट में लिखा था कि पिता अपनी मौत के लिए खुद जिम्मेदार हैं।
- उसने इस नोट का स्क्रीनशॉट सेव कर लिया।
इसके बाद वह घर लॉक करके पिता का फोन और कार लेकर अपने चाचा के घर पहुंचा।
- उसने अपनी बहन से कहा कि माता-पिता बेंगलुरु के एक मेडिटेशन कैंप में गए हैं।
पड़ोसियों ने खोला राज
पड़ोसियों को घर से दुर्गंध आने पर शक हुआ। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी।
- पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ा, तो माता-पिता के शव बरामद हुए।
- पूछताछ में उत्कर्ष ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पूरे इलाके में दहशत
इस वारदात ने नागपुर को झकझोर कर रख दिया है। पड़ोसियों और रिश्तेदारों में इस घटना को लेकर डर और गुस्सा है।
- पुलिस के अनुसार, उत्कर्ष ने पिता पर कितने बार चाकू से वार किया, उसे खुद याद नहीं।
- यह मामला पारिवारिक तनाव और मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा के भयानक परिणाम को दर्शाता है।