खूंटी, 15 अप्रैल (हि.स.)। उप विकास आयुक्त के कार्यालय सभागार में सोमवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम से संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे उप विकास आयुक्त श्याम नारायण राम ने कार्यक्रम को शत प्रतिशत सफल बनाने एवं सभी लाभुकों को हर हाल में दवा खिलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अगर खानापूर्ति की गई, तो किसी भी हालत में इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिले के सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी ने 19 अप्रैल को होनेवाले इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि उस दिन जिले के सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में संबंधित विद्यालय के शिक्षकों, सहियाओं एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा एक से 19 वर्ष आयु वर्ग के कुल तीन लाख 12 सौ 59 बच्चे और किशोर-किशोरियों को कृमि निरोधी दवा खिलाई जाएगी। उस दिन दवा खिलाने से छुटे हुए बच्चों को मौप-अप दिवस के तहत 26 अप्रैल को दवा खिलाई जाएगी। एविडेंस एक्शन के नीरज कुमार ने बताया कि कृमि से बच्चों को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
कृमि पोषण तत्वों के अवशोषण में अवरोध पैदा करते हैं जिसके कारण एनीमिया, कुपोषण के साथ ही मानसिक एवं शारीरिक विकास में बाधक होता है। कृमि मुक्ति से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि, स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार, एनीमिया में कमी, सीखने की क्षमता एवं कार्य करने की क्षमता में वृद्धि होती है।