गुजरात के बोताड़ जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां जमराला गांव के 39 वर्षीय सुरेश सथादिया ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्मघाती कदम उठाने से पहले सुरेश ने एक वीडियो बनाया, जिसमें उसने अपनी पत्नी को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। सुरेश ने वीडियो में परिवार से अपील की कि वे उसकी पत्नी को सबक सिखाएं।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
घटना के बाद पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत के आधार पर सुरेश की पत्नी जयाबेन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। बोताड़ ग्रामीण पुलिस थाने के अधिकारियों ने बताया कि जयाबेन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
सुरेश के घरवालों को उसका यह वीडियो मोबाइल फोन में मिला। वीडियो में सुरेश ने अपनी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसका लगातार मानसिक उत्पीड़न किया गया। पुलिस के अनुसार, यह मामला घरेलू कलह और आपसी तनाव का प्रतीक है।
पति-पत्नी के बीच बढ़ते तनाव की कहानी
एफआईआर के मुताबिक, सुरेश की पत्नी जयाबेन अक्सर उससे झगड़ा करती थी और कई बार अपने माता-पिता के घर चली जाती थी। सुरेश ने उसे वापस लाने के लिए ससुराल का भी रुख किया, लेकिन जयाबेन ने लौटने से इनकार कर दिया। इस परिस्थिति से टूटकर सुरेश ने 30 दिसंबर को अपने घर में पंखे से लटककर जान दे दी।
पारिवारिक शिकायत और जांच का दायरा
सुरेश के पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बहू ने उनके बेटे का मानसिक रूप से शोषण किया। लगातार झगड़ों और पत्नी की उपेक्षा से तंग आकर सुरेश ने यह कदम उठाया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और मृतक की पत्नी से पूछताछ की जा रही है।
पहले भी सामने आए ऐसे मामले
सुरेश सथादिया की आत्महत्या की घटना ने हालिया चर्चित आत्महत्या मामलों की याद दिला दी है:
- अतुल सुभाष केस: महाराष्ट्र के इंजीनियर अतुल सुभाष ने भी वीडियो बनाकर आत्महत्या की थी। उन्होंने अपनी पत्नी, सास और पत्नी के भाई पर मानसिक प्रताड़ना और पैसे की वसूली का आरोप लगाया था। यह मामला देशभर में चर्चा का विषय बन गया था।
- दिल्ली का पुनीत खुराना केस: दिल्ली में पुनीत खुराना ने 59 मिनट का वीडियो बनाकर अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।
आत्महत्या के पीछे मानसिक उत्पीड़न एक बड़ी वजह
इन मामलों में यह स्पष्ट होता है कि घरेलू कलह और मानसिक उत्पीड़न, आत्महत्या के बड़े कारण बन रहे हैं। यह समाज के लिए एक चेतावनी है कि आपसी रिश्तों में संवाद की कमी और मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा गंभीर परिणाम दे सकती है।