
एक तरफ देशभर में लोग प्रयागराज में महाकुंभ की डुबकी लगा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज में स्नान करने आई महिलाओं के कपड़े बदलते हुए फोटो और वीडियो वायरल होने की जानकारी सामने आई है। बताया गया है कि टेलीग्राम पर अलग-अलग ग्रुप बनाकर ये वीडियो वायरल किए जा रहे हैं, जिसमें वीडियो और फोटो के हिसाब से यूजर्स से पैसे भी लिए जा रहे हैं।
वीडियो में एक महिला नहाती हुई नजर आ रही है।
फेसबुक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म नदी के किनारे नहाती और कपड़े बदलती महिलाओं के वीडियो से भर गए हैं। इनमें से कई वीडियो लोगों को टेलीग्राम पर जाकर महिलाओं के नहाते हुए कथित पूरे वीडियो देखने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। अश्लील सामग्री को बढ़ावा देने वाले कुछ फेसबुक पेज लगातार “महाकुंभ गंगा स्नान प्रयागराज” जैसे कैप्शन के साथ महिलाओं के स्नान के वीडियो साझा कर रहे हैं। कुछ लोग अपने पोस्ट में #mahakumbh2025, #gangasnan और #prayagrajkumbh जैसे हैशटैग का भी इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसे ही एक वीडियो में एक महिला नहाती हुई नजर आ रही है।
टेलीग्राम चैनलों की निजी पहुंच होती है।
इसमें महिलाओं के नहाते और कपड़े बदलते हुए गुप्त रूप से रिकॉर्ड किए गए वीडियो हैं। ये वीडियो ‘गंगा नदी खुले में स्नान करने वाला समूह’, ‘हिडन बाथ वीडियो ग्रुप’ और ‘खुले स्नान वीडियो ग्रुप’ जैसे नामों वाले ग्रुपों में शेयर किए जा रहे हैं। टेलीग्राम सर्च इंजन और एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म टेलीमेट्रियो के अनुसार, भारत में “खुले में स्नान” की खोज 12 से 18 फरवरी के बीच काफी बढ़ गई।
महिलाओं को कपड़े बदलते या तौलिए से खुद को ढकते देखा जा सकता है।
इनमें से कई वीडियो और तस्वीरों में महिलाओं को कपड़े बदलते या तौलिए से खुद को ढकते देखा जा सकता है। ऐसे चैनलों तक पहुंचने के लिए रु. 1999 से रु. 3000 तक का शुल्क लिया जाता है। जब हम इसकी जांच कर रहे थे तो कुछ ऐसे टेलीग्राम चैनल हटा दिए गए थे। महिलाओं के नहाते हुए वीडियो और फोटो के अलावा, ये टेलीग्राम चैनल सीसीटीवी फुटेज भी शेयर करते हैं, जिसमें डॉक्टर या नर्स महिलाओं के निजी अंगों की जांच या उपचार करते नजर आते हैं।