बस्तर गोंचा महापर्व में श्रीजगन्नाथ काे पहला अमनिया भोग का अर्पणा, व सत्यनारायण कथा श्रवण हुआ शुरू

जगदलपुर8 जुलाई (हि.स.)। बस्तर गोंचा महापर्व में बस्तर संभाग के ग्रामीण क्षेत्रों से तथा शहरी क्षेत्रों के अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से गुंडिचा मंदिर-सिरहासार भवन में श्रृद्धालु जगन्नाथ स्वामी के पुण्य दर्शन के लिए पंहुचे। भगवान श्रीजगन्नाथ स्वामी को आज साेमवार से अमनिया भोग का अर्पण शुरू हाे गया है, आज ग्राम मटनार, तालुर क्षेत्र के ब्राह्मणाें के द्वारा अमनिया भोग का अर्पणा किया गया्र, जिसमें ग्राम मटनार-,मंगनार, बकावण्ड, कौवड़ावण्ड, कोलावल, पाहुरबेल ,मईलबेड़ा, करपावण्ड तालूर- बारदा, करंजी, करमरी, किंजोली, बस्तर, गुफनी, भाटपाल, ईच्छापुर, रेटावण्ड., बोदागुड़ा, चोलनार, करहाभाटा के 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के ब्राह्मणों के द्वारा अर्पित किया गया। आज भगवान श्रीजगन्नाथ को अमनिया भोग के अर्पण के बाद लगभग तीन हजार श्रृद्धालू श्रीजगन्नाथ के भात का प्रसाद ग्रहण किया। वहीं आज साेमवार से गुडिचा मंदिर-सिरहासार भवन में सत्यनारायण कथा का श्रृवण का सिलसिला भी शुरू हाे गया है, आज 12 परिवाराें ने सत्यनारायण कथा का श्रृवण किया।

360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष ईश्वर खंबारी ने बताया कि गुंडिचा मंदिर-सिरहासार भवन में जगन्नाथ स्वामी, माता सुभद्रा व बलभद्र स्वामी के समक्ष सत्यनारायण कथा के श्रृवण की शताब्दियों पुरानी परंपरानुसार आज भी जारी है। इसके साथ ही मुण्डन, अन्नप्राशन व अन्य विविध अनुष्ठान का निर्वहन भी किया जा रहा है। रियासत कालीन परंपरानुसार भगवान श्रीजगन्नाथ को अमनिया भोग के अर्पण के निर्वहन के बाद हजाराे श्रद्धालुअेां काे जगन्नाथ के भात का प्रसाद के वितरण का सिलसिला शुरू हाे गया है। श्रृद्धालु प्रतिदिन दाेपहर में अमनिया भाेंग प्रसाद प्राप्त कर सकते हैं। गुंडिचा मंदिर-सिरहासार भवन में प्रतिदिन पूजा अर्चना के साथ ही रोजाना संध्या 7.30 बजे महाआरती के उपरांत भजन कीर्तन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।