चौतरफा जोश के माहौल में रिकॉर्ड ऊंचाई पर शेयर बाजार, दोनों सूचकांक सर्वोच्च स्तर पर पहुंचे

नई दिल्ली, 23 मई (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार ने गुरुवार को 10 अप्रैल के बाद एक बार फिर जोरदार तेजी दिखाई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक अभी तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने में सफल रहे। इंट्रा-डे में सेंसेक्स 1,341.56 अंक उछला। निफ्टी ने भी इंट्रा-डे में 416.15 अंक की छलांग लगाई। आज के कारोबार में निफ्टी 23,000 अंक के आंकड़े के काफी करीब पहुंच गया।

माना जा रहा है कि आज की रिकॉर्ड तोड़ तेजी के पीछे मुख्य रूप से आरबीआई का अभी तक का सबसे अधिक डिविडेंड का भुगतान करना, कंपनियों के मार्च तिमाही के शानदार नतीजे और चुनाव परिणाम के उम्मीद के मुताबिक रहने की आशा ने शेयर बाजार का जोश काफी बढ़ा दिया है। इसके साथ ही आईटी और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में, खासकर लार्जकैप शेयरों में हुई खरीदारी के कारण भी घरेलू शेयर बाजार नई ऊंचाई पर पहुंचने में सफल रहा।

धामी कैपिटल्स के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक इस साल रिजर्व बैंक ने केंद्र सरकार को 2.11 लाख करोड़ रुपये डिविडेंड के रूप में देने का ऐलान किया है। इस डिविडेंड से केंद्र सरकार को फिस्कल डिफिसिट (राजकोषीय घाटा) को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। इसके कारण बाजार में राजकोषीय घाटे पर नियंत्रण पाने की बात को लेकर भरोसा मजबूत हुआ है। इसके साथ ही डिविडेंड की ये राशि बॉन्ड यील्ड पर भी पॉजिटिव असर डालेगी। इसलिए शेयर बाजार ने इसे उत्साह बढ़ाने वाली खबर मानकर आज तेजी का प्रदर्शन किया।

प्रशांत धामी के मुताबिक इन वजहों के साथ ही शेयर बाजार में आई तेजी की एक बड़ी वजह लिस्टेड कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजे भी हैं। ज्यादातर लिस्टेड कंपनियों ने बाजार के अनुमानों के मुताबिक ही अपने तिमाही नतीजे जारी किए हैं, जिससे निवेशकों की उम्मीदों को बल मिला है। शेयर बाजार में हाल के दिनों में आई तेजी के माहौल की वजह से विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भी दमदार वापसी कर सकते हैं। फिलहाल मई सीरीज में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 65 प्रतिशत से ज्यादा शॉर्ट पोजिशन बनाई हुई है, लेकिन अगर बाजार में लगातार तेजी बनी रही तो वे नुकसान से बचने के लिए शॉर्ट्स की कवरिंग शुरू कर सकते हैं, जिससे बाजार में और भी ज्यादा तेजी आ सकती है।