Makar Sankranti 2025: पुण्यकाल में दान, जप, और सूर्य उपासना का महत्व

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Makar Sankranti 2025 Daan:  इस वर्ष मकर संक्रांति का पर्व मंगलवार, 14 जनवरी 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन पुण्यकाल में किए गए जप, तप, दान, स्नान, और श्राद्ध-तर्पण का महत्व अन्य दिनों की तुलना में हजारों गुना अधिक माना गया है। गुप्त दान करने से इसका फल एक लाख गुना बढ़ जाता है। साथ ही, पितरों के नाम तर्पण करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और घर में समृद्धि आती है।

दान का महत्व (Importance of Daan)

दान को भारतीय संस्कृति में अर्थ की शुद्धि और पुण्य प्राप्ति का साधन माना गया है।

  • धन की शुद्धि:
    जैसे बहता हुआ पानी स्वच्छ रहता है, वैसे ही धन भी तभी शुद्ध होता है जब इसका उपयोग शुभ कार्यों में किया जाए।
  • प्रमुख प्रकार के दान:
    • अर्थ दान
    • विद्या दान
    • श्रम दान
    • ज्ञान दान
    • अंग दान
    • अन्न दान
    • रक्त दान

मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान के लिए सुबह 9:03 बजे से पुण्यकाल शुरू हो रहा है। इस बार मकर संक्रांति पर महालक्ष्मी योग और विष्कुंभ योग जैसे शुभ योग बन रहे हैं, जो इस दिन को और भी महत्वपूर्ण बनाते हैं।

राशि अनुसार दान और सूर्य उपासना (Daan According to Zodiac Sign)

मकर संक्रांति पर अपनी राशि के अनुसार दान और सूर्य उपासना करने से जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक लाभ मिलता है।

मेष राशि (Aries):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में कुमकुम, लाल पुष्प, और तिल मिलाएं।
  • दान: गुड़ का दान करें।
  • लाभ: कार्यों में लाभ और कमजोर ग्रहों की स्थिति मजबूत होगी।
  • मंत्र: ऊँ ब्रह्मणे नमः। (एक माला जप करें)

वृषभ राशि (Taurus):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में सफेद चंदन, दूध, चावल, और तिल मिलाएं।
  • दान: चावल का दान करें।
  • लाभ: सूर्य देव की कृपा और व्यापार में उन्नति।
  • मंत्र: ऊँ श्रीमंते नमः। (एक माला जप करें)

मिथुन राशि (Gemini):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में तिल, दूर्वा, और पुष्प डालें।
  • दान: मूंग दाल की खिचड़ी और गाय को चारा दें।
  • लाभ: शुभ समाचार और परेशानियों का समाधान।
  • मंत्र: ऊँ दीप्त मूर्तये नमः। (एक माला जप करें)

कर्क राशि (Cancer):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में दूध, चावल, और तिल मिलाएं।
  • दान: चावल-मिश्री-तिल का दान करें।
  • लाभ: करियर में सफलता और कलह का अंत।
  • मंत्र: ऊँ आत्म रूपिणे नमः। (एक माला जप करें)

सिंह राशि (Leo):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में कुमकुम, लाल पुष्प, और तिल डालें।
  • दान: तिल, गुड़, गेहूं, और सोना दान करें।
  • लाभ: अटके कार्य पूरे होंगे और पुण्य लाभ मिलेगा।
  • मंत्र: ऊँ घृणी सूर्याय नमः। (एक माला जप करें)

कन्या राशि (Virgo):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में तिल, दूर्वा, और पुष्प मिलाएं।
  • दान: गाय को हरा चारा और मूंग दाल की खिचड़ी दान करें।
  • लाभ: ऐश्वर्य की प्राप्ति और परेशानियों का समाधान।
  • मंत्र: ऊँ जरतकराय नमः। (एक माला जप करें)

तुला राशि (Libra):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में सफेद चंदन, दूध, श्वेत पुष्प, और तिल मिलाएं।
  • दान: दान-पुण्य से बड़ी जिम्मेदारियां निभाने का योग बनेगा।
  • मंत्र: ऊँ जगत नन्दाय नमः। (एक माला जप करें)

वृश्चिक राशि (Scorpio):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में लाल पुष्प, हल्दी, और तिल मिलाएं।
  • दान: तिल-गुड़ का दान करें।
  • लाभ: अचानक धन लाभ और रुके हुए कार्य पूरे होंगे।
  • मंत्र: ऊँ सर्वाय नमः। (एक माला जप करें)

धनु राशि (Sagittarius):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में हल्दी, केसर, और पीले पुष्प डालें।
  • दान: सरसों और केसर का दान करें।
  • लाभ: कानूनी मामलों में सफलता और यश।
  • मंत्र: ऊँ भगवते नमः। (एक माला जप करें)

मकर राशि (Capricorn):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में नीले पुष्प, काले उड़द, सरसों का तेल, और तिल मिलाएं।
  • दान: तेल-तिल का दान करें।
  • लाभ: विरोधी परास्त होंगे और जीवन में शुभता बढ़ेगी।
  • मंत्र: ऊँ सत्यानंद सर्वस्वरूपिणे नमः। (एक माला जप करें)

कुंभ राशि (Aquarius):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में काले-नीले पुष्प और तिल मिलाएं।
  • दान: गरीब और अपंगों को भोजन कराएं।
  • लाभ: आय के नए स्रोत और अधिकार प्राप्त होंगे।
  • मंत्र: ऊँ जयाय नमः। (एक माला जप करें)

मीन राशि (Pisces):

  • अर्घ्य सामग्री: जल में हल्दी, केसर, पीले पुष्प, और तिल मिलाएं।
  • दान: तिल-गुड़ का दान करें।
  • लाभ: आर्थिक परेशानियों का अंत और विजय।
  • मंत्र: ऊँ वीराय नमः। (एक माला जप करें)