आईआईटी जेईई (Joint Entrance Examination) को देश की सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक माना जाता है।
- हर साल लगभग 10 लाख छात्र जेईई मेन्स परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करते हैं।
- यह परीक्षा आईआईटी और अन्य प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए अनिवार्य है।
- जेईई मेन्स में सफल होने वाले छात्रों को जेईई एडवांस्ड में शामिल होने का अवसर मिलता है।
- इस परीक्षा में सफलता के लिए कक्षा 10 के बाद से ही तैयारी शुरू करना आवश्यक है।
अगर आप पहले प्रयास में जेईई पास करना चाहते हैं, तो टॉपर्स के अनुभव, सलाह और रणनीतियों को अपनाना बेहद उपयोगी हो सकता है।
टॉपर्स की सलाह, टिप्स और रणनीतियां
1. वेद लोहाटी (AIR 1, जेईई एडवांस्ड 2024)
- स्टडी प्लान:
- वे घंटों के हिसाब से पढ़ाई करने के बजाय लक्ष्य आधारित अध्ययन करते थे।
- बैकलॉग कभी बनने नहीं दिया।
- टेस्ट का महत्व:
- नियमित टेस्ट से टाइम मैनेजमेंट सीखा।
- खराब प्रदर्शन को नकारात्मक रूप से लेने के बजाय अपनी कमजोरियों को सुधारने पर ध्यान दिया।
2. भव्य तिवारी (AIR 19, जेईई एडवांस्ड 2024)
- तैयारी की शुरुआत:
- कक्षा 11वीं से तैयारी शुरू की।
- रोजाना 8 से 10 घंटे पढ़ाई की।
- अध्ययन सामग्री:
- एनसीईआरटी किताबों से बेसिक्स को मजबूत किया।
- इसके बाद अन्य पब्लिशर्स की एडवांस किताबों का सहारा लिया।
- टेस्ट प्रैक्टिस:
- नियमित टेस्ट-सीरीज से समयबद्ध तरीके से प्रश्न हल करने का अभ्यास किया।
3. कण्व चौधरी (AIR 56, जेईई एडवांस्ड 2024)
- लक्ष्य निर्धारण:
- कक्षा 9वीं से ही आईआईटी जाने का सपना देखा।
- रोजाना 8 घंटे पढ़ाई की।
- अभ्यास का महत्व:
- टेस्ट-सीरीज पर विशेष ध्यान दिया और लगातार अभ्यास किया।
4. आदित्य (AIR 2, जेईई एडवांस्ड 2024)
- सफलता की रणनीति:
- टाइम मैनेजमेंट, वैचारिक समझ, टेस्ट रिजल्ट का विश्लेषण और उसके अनुसार अभ्यास।
- पढ़ाई के दौरान रोजाना 6 घंटे की सेल्फ-स्टडी।
- फोकस बनाए रखना:
- हर घंटे छोटे ब्रेक लेकर एकाग्रता को बनाए रखा।
जेईई में सफलता के लिए मुख्य बिंदु
- जल्दी शुरुआत करें:
- कक्षा 10 या 11 से तैयारी शुरू करें।
- बेसिक्स पर फोकस:
- एनसीईआरटी की किताबों से बुनियादी ज्ञान मजबूत करें।
- पढ़ाई का स्मार्ट तरीका:
- गोल (लक्ष्य) बनाकर पढ़ाई करें।
- नियमित टेस्ट-सीरीज से समयबद्ध प्रश्न हल करने का अभ्यास करें।
- कमजोरियों पर काम करें:
- टेस्ट रिजल्ट का विश्लेषण करें और कमजोर विषयों को सुधारें।
- एकाग्रता बनाए रखें:
- पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लें।