जम्मू, 29 जून (हि.स.)। सीएसआईआर-आईआईआईएम द्वारा अपनी श्रीनगर शाखा में “वैज्ञानिक सामाजिक उत्तरदायित्व” कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य कश्मीर के 13 विभिन्न कॉलेजों के 25 संकाय सदस्यों को तकनीकी प्रशिक्षण देना था और यह रियल-टाइम पीसीआर और उच्च प्रदर्शन तरल क्रोमैटोग्राफी के अनुप्रयोग पर केंद्रित थी।
कार्यक्रम में डॉ. काजी परवेज हसन ने सीएसआईआर, भारत और सीएसआईआर-आईआईआईएम के अवलोकन पर एक प्रस्तुति दी जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य सेवा, कृषि और औषधि खोज में सीएसआईआर की परिवर्तनकारी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों को औषधि डिजाइन और विकास, मानव संसाधन विकास और औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती और मूल्य संवर्धन के माध्यम से विभिन्न सामाजिक विकास पहलों को बढ़ावा देने में सीएसआईआर-आईआईआईएम की उपलब्धियों और योगदान के बारे में भी बताया।
आईआईआईएम के निदेशक डॉ. ज़बीर अहमद ने अनुसंधान और तकनीकी प्रगति के बेहतर अनुवाद के लिए प्रभावी विज्ञान संचार और आउटरीच के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने समग्र सामाजिक विकास के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी आउटरीच पहल के व्यापक डोमेन को लागू करने में सीएसआईआर-आईआईआईएम की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।