यदि आप दस्त होते ही दवा लेते हैं, तो बस इस डॉक्टर की बात सुनें

लूज मोशन (दस्त) यानी पेट खराब होने से कभी-कभी कमजोरी और थकान आ जाती है। यह जरूरी नहीं है कि हर बार दस्त फूड पॉइजनिंग के कारण ही हो। कभी-कभी बहुत अधिक घर का बना खाना या मसालेदार, तला हुआ या भारी भोजन खाने से पाचन तंत्र खराब हो सकता है और दस्त हो सकता है। यदि दस्त सामान्य है तो दवा लेने से पहले इस डॉक्टर की बात सुनें।

इंस्टाग्राम पर कई डॉक्टर सलाह देते नजर आते हैं. उनमें से एक डॉक्टर सुगंधा ने रील्स के जरिए बताया है कि लूज मोशन होने पर तुरंत दवा लेना ठीक नहीं है. वीडियो में वह बताती हैं कि अगर दस्त में दुर्गंध और झाग हो तो एक से दो बार दस्त होने पर दवा नहीं लेनी चाहिए। इसके बजाय यदि दवा की आवश्यकता है, तो इसे शरीर के थोड़ा डिटॉक्स होने के बाद ही लिया जाना चाहिए।

 

जब भी शरीर में बहुत अधिक विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते हैं, तो यह उन्हें बाहर निकालने के लिए प्रतिक्रिया करता है। परिणामस्वरुप कभी-कभी दस्त यानि डायरिया हो जाता है। ऐसे में तुरंत केमिस्ट से दवा लेने से दस्त रुक जाते हैं और विषैले तत्व शरीर से बाहर नहीं निकलते। शरीर पूरी तरह से डिटॉक्स होने के बाद एक या दो बार दवा लें।

जब भी डायरिया या लूज मोशन हो तो शरीर को हाइड्रेट रखें और ओआरएस का घोल पिएं। इसके अलावा कुछ घरेलू उपाय जैसे चावल का दलिया पीने से शरीर को ताकत मिलती है और दस्त से बचाव आसान हो जाता है।