मधुमेह एक खतरनाक बीमारी है ये तो सभी जानते हैं। एक बार अगर आप इससे पीड़ित हो गए तो आपकी पूरी जिंदगी इसके दुष्प्रभावों को नियंत्रित करने में ही निकल जाती है। लेकिन शायद आपको ये नहीं पता कि देर रात तक जागने से आप इसके शिकार हो सकते हैं।
एक नए अध्ययन से पता चला है कि जो लोग रात में जागते हैं, उनमें सुबह जल्दी उठने वालों की तुलना में टाइप 2 मधुमेह होने का खतरा 46% अधिक होता है।
यह अध्ययन 5000 लोगों पर किया गया ।
इस अध्ययन के निष्कर्ष नीदरलैंड के लीडेन यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर द्वारा किए गए शोध पर आधारित हैं, जिसमें 5,000 अधिक वजन वाले व्यक्ति शामिल थे।
यह विकार मधुमेह का कारण बन जाता है ।
अध्ययनों से पता चलता है कि रात में जागने वाले लोगों की शारीरिक घड़ी गड़बड़ा जाती है, जिससे सर्कैडियन मिसअलाइनमेंट होता है। यह स्थिति टाइप 2 डायबिटीज़ जैसी चयापचय समस्याओं से जुड़ी हो सकती है।
देर से उठने वालों के शरीर में बढ़ती है चर्बी
शोधकर्ताओं ने पाया कि देर से उठने वालों के शरीर में वसा की मात्रा अधिक होती है, जिसमें आंत की चर्बी और लीवर की चर्बी भी अधिक होती है। इस वजह से, उन्हें टाइप 2 डायबिटीज़ का ख़तरा अधिक होता है।
मधुमेह को रोकने के लिए सुझाव
अगर रात में जागने वाले लोग टाइप 2 डायबिटीज़ और दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। इसमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और नियमित स्वास्थ्य जांच शामिल है।