धमतरी, 17 मई (हि.स.)। कुरुद में सात दिवसीय गौरीशंकर शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया गया है। यहां छत्तीसगढ़ समेत दूसरे राज्यों से भी श्रद्धालुओं की भीड़ इसमें उमड़ रही है। यहां शिवभक्तों का मेला लग गया है।
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि, भगवान भोलेनाथ को पाना सबसे कठिन है। उनके दरबार में छल कपट से नहीं यद्यपि भोले बनकर जाना चाहिए। मौन, शांत, शीतलता शिवभक्त की पहचान है। उन्होंने कहा कि हमें दो बातों को ध्यान देनी चाहिए। पहला शिव का स्मरण और दूसरों का सम्मान करें, तो जीवन सफल हो जाएगा। माता-पिता के पास बच्चों को अच्छे बनकर जाने से आशीर्वाद और मनचाहा फल की प्राप्ति होती है। निश्चल व पवित्र मन से मांगी गई हर मनौतियां भगवान शिव पूरी करते हैं।
श्री मिश्रा ने आगे कहा कि शिव नाम का उच्चारण कभी भी, कहीं भी, किसी समय ले सकते हैं। बस मन में विश्वास, श्रद्धा होनी चाहिए। तो उनकी खाली झोली जरूर भरता है भोलेनाथ। उन्होंने कहा कि भोलेनाथ की दरबार में छल कपट से नही यद्यपि भोले बनकर जाएं तो निश्चित ही उनकी सारे कष्ट दूर हो जाएंगे। वैसे ही अपने माता पिता के पास बड़े बनकर नही अपितु छोटे और अच्छे बनकर जाने से आशीर्वाद मिलता है। क्योंकि शिव तक पहुंचना आसान नहीं है। जिस प्रकार उदर की तृप्ति के लिए भोजन की जरूरत होती है वैसे ही आत्मा की तृप्ति हेतु भगवान शिव का भजन जरूरी है। इसके पूर्व पंडित जी का मुख्य जजमान कमलादेवी श्रीधर शर्मा परिवार एवं विधायक अजय चंद्राकर सहित अन्य विशिष्टजनों ने मंच पर स्वागत किया।कार्यक्रम के मुख्य संयोजक विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि कुरुद विधानसभा क्षेत्र का धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व रहा है। छत्तीसगढ़ में दो त्रिवेणी संगम में से एक इस विधानसभा क्षेत्र में स्थित है। जहां पैरी, सोंदूर एवं महानदी की धारा कुलेश्वर महादेव से होकर गुजरी है। श्री चन्द्राकर ने कुलेश्वर महादेव का इतिहास बताते हुए कहा कि यह क्षेत्र रामवनगमन मार्ग में आता है। इस दौरान माता सीता यहां पर बालू का शिवलिंग बनाकर पूजा की थी। जो आज भी बालू की तरह दिखता है।
कथा सुनने सीएम की पत्नी पहुंची कुरूद
धमतरी जिले के कुरूद में आयोजित कथा में कुरुद के भरदा रोड वृद्धि विहार में आयोजित गौरीशंकर शिवमहापुराण की कथा सुनने दूसरे दिन शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशिल्या देवी साय कुरुद पहुंची। उन्होंने कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से छत्तीसगढ़ के विकास के लिए आर्शीवाद मांगा। शुक्रवार को कथा के दूसरे दिन महाराज पं. प्रदीप मिश्रा ढाई बजे व्यासपीठ में विराजमान हुए। सीएम साय की धर्मपत्नी कौशिल्या देवी साय, विधायक अजय चंद्राकर, पूर्व विधायक रंजना साहू, ज्योति भानु चन्द्राकर, भूपेंद्र चन्द्राकर, रवीकांत चन्द्राकर सहित मुख्य जजमान ने उनका स्वागत किया। पंडित जी से आशीर्वाद लिया। अपने संक्षिप्त उद्बोधन में श्रीमती कौशिल्या साय ने कहा कि वे औरों की तरह भगवान शिव की कथा सुनने आयी हैं। भगवान शिव से उन्होंने जो मांगा मिला है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के विकास का भरोसा दिलाते हुए नये सोपान गढ़ने की बात कही।