फैटी लिवर के लक्षण: भारत में फैटी लिवर की समस्या बहुत आम है। ऐसे में लिवर में फैट जमा होने लगता है। देश में ज्यादातर लोग फैटी लीवर की समस्या से पीड़ित हैं। अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह लिवर फेलियर का कारण बन सकता है और फैटी लिवर एक गंभीर बीमारी है। इसके कई कारण हैं। इनमें मोटापा सबसे प्रमुख है। इससे उच्च रक्तचाप की समस्या भी बढ़ सकती है। जब लिवर वसा से सूज जाता है, तो यह सिरोसिस का कारण बनता है। इससे लिवर खराब होने का खतरा रहता है। जब यह समस्या गंभीर हो जाती है तो शरीर के कई हिस्सों में सूजन की समस्या होने लगती है।
पैरों में सूजन:
पैरों में बार-बार सूजन आना फैटी लिवर का संकेत हो सकता है । इससे आसपास के अंगों में तरल पदार्थ जमा हो जाता है। पैर और टखने सूजने लगते हैं।
पेट में सूजन:
लिवर की बीमारी होने पर सबसे पहला लक्षण पेट में होता है, जिसके कारण पेट की गुहा में सूजन और चोट लगने के कारण उसके अंदर रक्त वाहिकाओं में दबाव बढ़ने लगता है इस स्थिति में पेट की यकृत शिराओं से तरल पदार्थ का रिसाव होने लगता है, जिसके कारण पेट में सूजन आ जाती है।
चेहरे और हाथों में सूजन:
फैटी लिवर का असर चेहरे और हाथों पर भी दिखाई देता है। इससे चेहरा और हाथ सूज जाते हैं।
गाइनेकोमैस्टिया की समस्या:
फैटी लीवर का स्तर बढ़ने पर गाइनेकोमैस्टिया की समस्या भी हो सकती है। यह स्थिति खासतौर पर पुरुषों में देखी जाती है। ऐसा तब होता है जब हार्मोनल संतुलन में उतार-चढ़ाव होता है। इससे यौन इच्छा में कमी, बांझपन आदि समस्याएं हो सकती हैं।