चिंता से बचें: मोशन सिकनेस कई लोगों में एक आम समस्या है, कार, बस, विमान या ट्रेन में यात्रा करते समय चक्कर आना और उल्टी होना आम बात है। इस समस्या से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक कई लोग परेशान रहते हैं। कई लोगों को मोशन सिकनेस की समस्या इतनी गंभीर होती है कि यात्रा शुरू करते ही उनका स्वास्थ्य खराब हो जाता है और कभी-कभी दवा भी उन्हें इस समस्या से उबरने में मदद नहीं कर पाती है।
ऐसे में आपका पूरा ट्रैवल प्लान बर्बाद हो सकता है। मोशन सिकनेस के कारण: बहुत से लोग यात्रा करने से डरते हैं, ऐसे में अगर आप सोच रहे हैं कि मोशन सिकनेस की समस्या को कैसे हल किया जाए, तो चिंता न करें।
यात्रा के दौरान चक्कर आने से बचने के लिए अपनी कलाइयों की मालिश कैसे करें?
- अपनी कलाई के अंदर, दोनों टेंडनों के बीच, अपनी हथेली के आधार के नीचे 3-4 अंगुल की चौड़ाई में P6 बिंदु ढूंढें।
- अब इस बिंदु पर दबाव डालने के लिए अपने अंगूठे या तर्जनी का उपयोग करें।
- गहरी सांस लेते हुए P6 प्वाइंट को 2 से 3 मिनट तक पकड़कर रखें और उंगली से धीरे-धीरे मसाज करें।
- आप इस कलाई की मालिश अपने दोनों हाथों पर कर सकते हैं।
- जब भी आप यात्रा करें और घबराहट, उल्टी या चक्कर का अनुभव हो तो इस प्रक्रिया को दोहराएं।
यात्रा के दौरान मोशन सिकनेस क्यों होती है?
- मोशन सिकनेस किसी भी तरह की बीमारी नहीं है, लेकिन कुछ लोगों को यात्रा के दौरान इस समस्या का अनुभव होना आम बात है। यात्रा के दौरान लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि आपके मस्तिष्क को कान, नाक, त्वचा और आंखों से समान संकेत नहीं मिलते हैं, जिसके कारण मस्तिष्क का तंत्रिका तंत्र भ्रमित हो जाता है और आपको चक्कर आना, उल्टी या घबराहट महसूस होने जैसी कोई समस्या हो जाती है। ऐसे में मोशन सिकनेस की समस्या को कम करने के लिए यात्रा के दौरान खिड़की वाली सीट पर बैठें, संगीत सुनें, आंखें बंद करें या सोने की कोशिश करें।