क्या आप बहुत अधिक लाल मांस खाते हैं? तो ये पांच खतरे आपके लिए गलत नहीं हैं..!

भारत समेत पूरी दुनिया में रेड मीट खाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है, वैसे तो यह खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता है, इसके लिए तरह-तरह की रेसिपी बनाई जाती हैं, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा नहीं है, यह सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। . प्रसिद्ध भारतीय पोषण विशेषज्ञ आयुषी यादव का कहना है कि प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए लाल मांस का सेवन सीमित मात्रा में किया जा सकता है, लेकिन इसका अधिक सेवन कई समस्याओं का कारण बन सकता है।

रेड मीट खाने के नुकसान

1. हृदय रोगों का खतरा:

बहुत अधिक रेड मीट खाने से हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि इसमें संतृप्त वसा अधिक होती है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है और रक्तचाप बढ़ाती है। इस वजह से हार्ट अटैक के मरीजों को इस भोजन से पूरी तरह परहेज करने की सलाह दी जाती है।

2. कैंसर का खतरा:

रेड मीट के अत्यधिक सेवन से कैंसर, विशेषकर कोलोरेक्टल कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और मस्तिष्क कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसमें हाइड्रोजनीकृत ऑक्साइड, नाइट्राइट और हाइड्रोकार्बन जैसे विषैले तत्व थोड़ी मात्रा में होते हैं, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं।

3. मोटापा:

लाल मांस में वसा, कैलोरी और संतृप्त वसा अधिक होती है, और इसे अक्सर तला हुआ या मसालेदार तरीके से पकाया जाता है, जिससे इसे अधिक खाने वाले लोगों के पेट और कमर के आसपास वसा जमा होने लगती है।

4. मधुमेह:

रेड मीट के अधिक सेवन से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। यह अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल, वजन बढ़ने और इंसुलिन प्रतिरोध की मौजूदगी के कारण हो सकता है। यही कारण है कि जो लोग रेड मीट खाना पसंद करते हैं उन्हें डायबिटीज का खतरा रहता है।

5. पाचन संबंधी समस्याएं

रेड मीट के अधिक सेवन से अपच, एसिडिटी और कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा मसालेदार, तले-भुने या अधिक मसालेदार भोजन के कारण हो सकता है।