अगर आप डायरिया से बचने के लिए ज्यादा कच्चा प्याज खाते हैं तो यह आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता

गर्मियां शुरू होते ही लोग अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना पसंद करते हैं जो उन्हें ठंड, गर्मी और धूप से बचाकर हाइड्रेटेड रहने में मदद करें। ऐसी ही चीजों में एक नाम है प्याज का. प्याज का इस्तेमाल सिर्फ सलाद की प्लेट को सजाने के लिए ही नहीं किया जाता है. कई विशेषज्ञ तो गर्मी के दुष्प्रभावों से बचने के लिए लोगों को कच्चा प्याज खाने की सलाह भी देते हैं। कच्चा प्याज खाने से शरीर को गर्मी से बचाया जा सकता है। सेहत के लिए इतना फायदेमंद होने के बावजूद क्या आप जानते हैं कि ज्यादा कच्चा प्याज खाने से सेहत को फायदे की जगह परेशानियां हो सकती हैं।

एसिडिटी
गर्मियों में सीमित मात्रा में कच्चा प्याज खाने से पेट की गर्मी शांत हो जाती है लेकिन इस मौसम में अगर आप अधिक मात्रा में प्याज का सेवन करने लगते हैं तो यह आपके लिए एसिडिटी का कारण बन सकता है। दरअसल, कच्चे प्याज में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है। अगर आप जरूरत से ज्यादा ग्लूकोज लेते हैं तो शरीर में शुगर का स्तर बढ़ सकता है। ऐसे में खाने के साथ कच्चे प्याज को पचाने में दिक्कत हो सकती है और व्यक्ति को एसिडिटी की समस्या हो सकती है.

मधुमेह
यदि आपका ब्लड शुगर कम रहता है तो एक निश्चित मात्रा से अधिक प्याज का सेवन न करें। ऐसा करने से आपके रक्त शर्करा का स्तर और भी कम हो सकता है। अगर मधुमेह रोगी प्याज का सेवन करते हैं तो अपने ब्लड शुगर की जांच कराते रहें।

कब्ज और पेट दर्द
अधिक मात्रा में कच्चा प्याज खाने से कब्ज और पेट दर्द की समस्या भी हो सकती है। प्याज में मौजूद उच्च मात्रा में फाइबर पेट दर्द और कब्ज की समस्या का कारण बन सकता है।

एलर्जी और सीने में जलन
जिन लोगों को प्याज के सेवन से किसी भी तरह की एलर्जी होती है, उन्हें डॉक्टर से पूछकर ही प्याज का सेवन करना चाहिए। ऐसे लोगों को सीने में जलन, एसिड रिफ्लक्स, खुजली, सूजन जैसी एलर्जी से लेकर सांस लेने में कठिनाई तक प्याज की प्रतिक्रिया का अनुभव हो सकता है।

माइग्रेन
कुछ व्यक्तियों के लिए, कच्चा प्याज माइग्रेन की समस्या को बढ़ा सकता है। प्याज में टायरामाइन होता है जो सिरदर्द की समस्या को बढ़ा सकता है। अगर कोई व्यक्ति माइग्रेन से पीड़ित है तो उसे कच्चे प्याज का सेवन सावधानी से करने की सलाह दी जाती है।