चाय के साथ बिस्किट खाना एक आम बात है, खासकर भारत में तो यह चलन बहुत आम है। लोग चाय के साथ तरह-तरह के स्नैक्स का लुत्फ उठाते हैं, जिसमें मुख्य रूप से आटे के बिस्किट शामिल हैं। आटे के बिस्किट भले ही स्वाद में अच्छे हों, लेकिन सेहत के लिहाज से इनके कई नुकसान हैं। मशहूर डायटीशियन आयुषी यादव बता रही हैं कि चाय के साथ आटे के बिस्किट खाना क्यों नुकसानदायक है।
चाय के साथ मैदा बिस्किट खाने के नुकसान
1. उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स
रिफाइंड आटा एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत अधिक होता है, यानी इसे खाने से रक्त शर्करा का स्तर तेज़ी से बढ़ता है। यह मधुमेह के रोगियों के लिए विशेष रूप से हानिकारक साबित हो सकता है। ग्लूकोज के स्तर में बार-बार तेज़ी से वृद्धि और कमी से इंसुलिन प्रतिरोध का खतरा बढ़ जाता है।
2. वजन बढ़ना
रिफाइंड आटे से बने बिस्कुट में आमतौर पर कैलोरी की मात्रा अधिक होती है और इनका नियमित सेवन वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है। इनमें पाए जाने वाले प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट जल्दी पच जाते हैं और भूख को फिर से बढ़ा देते हैं, जिससे व्यक्ति अधिक खाना खाता है। यह वजन बढ़ने का एक बड़ा कारण है।
3. पोषक तत्वों की कमी
मैदा में पोषक तत्व बहुत कम होते हैं। इसमें ज़रूरी विटामिन, मिनरल और फाइबर की कमी होती है। इस कारण मैदा से बने बिस्किट पोषण की दृष्टि से अधूरे होते हैं और इन्हें खाने से शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते, जिससे भूख तो मिट जाती है लेकिन सेहत को नुकसान पहुँच सकता है।
4. हृदय रोग का खतरा
रिफाइंड आटे से बने बिस्कुट में ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट हो सकते हैं, जो दिल की सेहत के लिए हानिकारक हैं। ये फैट खून में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं, जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
5. पाचन संबंधी समस्याएं
मैदा पाचन तंत्र के लिए खराब होता है और इसके सेवन से कब्ज, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसमें फाइबर की कमी के कारण पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे पेट में भारीपन और बेचैनी हो सकती है।