नई दिल्ली: आत्मविश्वास आपके व्यक्तित्व को निखारता है। यह आपको करियर में आगे ले जाने में मदद करता है और करियर ही क्यों, निजी जिंदगी में भी इसकी जरूरत होती है। कार्यस्थल पर लोगों से जुड़ने और अपने विचारों को संप्रेषित करने में आत्मविश्वास काम आता है। लोग आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए कक्षाएं और प्रशिक्षण लेते हैं, जो गलत नहीं है लेकिन कभी-कभी यह काम नहीं करता है। इस बात की गारंटी देने का केवल एक ही तरीका है कि आप आश्वस्त हो सकते हैं। वह है मिरर टॉक यानी शीशे में खुद से बात करना। हां, यह इससे अधिक सरल और अधिक प्रभावी नहीं हो सकता। रोजाना कुछ समय व्यायाम करने से कई फायदे होते हैं।
आईने में खुद से बात करने के फायदे
आत्मविश्वास बढ़ता है
शीशे के सामने खुद से बात करने का सबसे पहला फायदा तो यह है कि इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। कभी-कभी आत्मविश्वास की कमी के कारण आप जानकारी होने के बावजूद लोगों से बात नहीं कर पाते हैं, जिससे लोगों को आपके बारे में पता नहीं चल पाता है। यह चीज आपको करियर में आगे बढ़ने से रोकेगी इसलिए ज्यादा नहीं, बस 15-20 मिनट तक मिरर टॉक की प्रैक्टिस करें।
डर दूर हो जाता है
आत्मविश्वास की कमी के कारण लोग कभी-कभी सामाजिक संबंध बनाने से डरते हैं, इसलिए मिरर टॉक आपकी इस समस्या का भी समाधान कर सकता है। बात करते समय हकलाना, एक ही शब्द को बार-बार दोहराना जैसी कई चीजों को आप मिरर टॉक से दूर कर सकते हैं।
आत्मसम्मान में वृद्धि
इस अभ्यास से आत्म-सम्मान भी बढ़ता है। आत्म-सम्मान का आत्म-विश्वास से गहरा संबंध है। किसी भी एक चीज़ की कमी दूसरों को निराश करती है। व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में आत्म-सम्मान आवश्यक है। इतना ही नहीं, शीशे में खुद से बात करने से आत्म-प्रेम की भावना भी बढ़ती है।