मंगल दोष से हैं परेशान? जानें आपकी जन्मकुंडली में मांगलिक दोष को हटाने के लिए कौन-सा रत्न पहनना है सबसे असरदार
News India Live, Digital Desk: भारतीय ज्योतिष में कुछ चीज़ें ऐसी हैं जो किसी भी व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर डालती हैं, और उन्हीं में से एक है मंगल दोष (Manglik Dosh). यह ऐसा विषय है जिसकी वजह से कई लोगों की शादी में देरी होती है, रिश्ते बिगड़ जाते हैं या फिर वैवाहिक जीवन में बार-बार बड़ी समस्याएँ आती रहती हैं. [मंगल दोष निवारण]
बहुत से लोग मंगल दोष उपाय करने के लिए पूजा-पाठ, व्रत करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ख़ास रत्न भी इस दोष को ख़त्म करने में चमत्कारी परिणाम दे सकता है? आइए, आज इसी शक्तिशाली रत्न के बारे में विस्तार से जानते हैं.
क्या है मंगल दोष का सबसे प्रभावी रत्न?
मंगल ग्रह का दोष जीवन में उथल-पुथल मचा देता है. मंगल साहस, शक्ति, आत्मविश्वास और ऊर्जा का कारक है. अगर कुंडली में मंगल ग्रह गलत स्थान पर बैठ जाए तो यह मंगल दोष बन जाता है, जिससे गुस्सा, अड़ियलपन और रिश्ते बिगड़ने जैसी चीज़ें होने लगती हैं. [ज्योतिष रत्न सलाह]
इस दोष को शांत करने और मंगल ग्रह को मज़बूत करने के लिए जिस रत्न को सबसे शुभ रत्न (Shubh Ratna) माना जाता है, वो है मूंगा रत्न (Moonga/Red Coral).
क्यों है मूंगा इतना खास?
- गुस्सा कंट्रोल: मूंगा पहनने से मंगल की नकारात्मकता यानी बहुत ज़्यादा गुस्सा (Anger issues) कम होता है और आत्मविश्वास (Self-confidence) बढ़ता है.
- शादी की समस्या: यह शादी की समस्या और वैवाहिक जीवन की परेशानी (Marital problems) को दूर करने में बहुत प्रभावी माना जाता है, जिससे मंगल दोष का प्रभाव धीरे-धीरे ख़त्म होने लगता है.
मूंगा पहनने के अचूक नियम
सिर्फ रत्न पहनना ही काफ़ी नहीं है; रत्न धारण करने के नियम बहुत ज़रूरी होते हैं ताकि आपको इसका पूरा लाभ मिल सके और कोई उल्टा असर न हो.
- वजन और धातु (Weight and Metal):
मंगल दोष को दूर करने के लिए, ज्योतिष जितना वजन बताएँ, उतनी रत्ती का मूंगा ही धारण करना चाहिए. मूंगा हमेशा सोने (Gold) या तांबे (Copper) की अंगूठी में ही जड़वा कर पहनना शुभ होता है. - दिन और उंगली (Day and Finger):
मूंगा रत्न को धारण करने के लिए मंगलवार (Tuesday) का दिन सबसे उत्तम होता है, क्योंकि यह मंगल ग्रह का दिन है. इस अंगूठी को सीधे हाथ की अनामिका (Ring finger) उंगली में पहना जाता है. - शुद्धिकरण (Purification):
धारण करने से पहले अंगूठी को गंगाजल या गाय के दूध में डालकर पूरी तरह शुद्ध (Purify) कर लेना चाहिए.
अंतिम सलाह: रत्न महंगे और प्रभावशाली दोनों होते हैं, इसलिए उन्हें खरीदते समय उनकी शुद्धता (Purity) का पूरा ध्यान रखें. यदि मूंगा आपके लिए अनुकूल नहीं है, तो ज्योतिषी अक्सर मंगल की शांति के लिए कुछ वैकल्पिक उपाय (Alternative remedies) भी बताते हैं, जैसे कि मंगलवार का व्रत, या मंगल स्तोत्र का पाठ.
--Advertisement--