केदारनाथ यात्रा की तैयारी कैसे करें: केदारनाथ हिंदुओं के लिए एक विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यह स्थान भगवान शिव को समर्पित है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस पवित्र स्थान पर आते हैं। हर साल पूरा भारत केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने का इंतजार करता है। ऐसे में कहा जा रहा है कि इस साल मंदिर के कपाट 10 मई को सुबह 7 बजे भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे.
केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलते ही श्रद्धालु दर्शन के लिए आने लगते हैं। हिमालय की ऊंचाई पर होने के कारण यहां का मौसम भी लगातार बदलता रहता है। ऐसे में यहां जाने से पहले कई बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। अगर आप भी पहली बार केदारनाथ यात्रा पर जा रहे हैं और यात्रा को मजेदार बनाना चाहते हैं तो आपको भी ये टिप्स जरूर अपनाने चाहिए।
पहले खुद को तैयार करें
केदारनाथ यात्रा पर निकलने और यात्रा की योजना बनाने के बीच एक बड़ा अंतर है। बहुत से लोग सोचते हैं कि उन्हें केदारनाथ के दर्शन बहुत आसानी से हो जाएंगे, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भगवान शंकर के दर्शन करना इतना आसान नहीं है।
केदारनाथ दर्शन के लिए लगभग 16 किमी लंबी पैदल यात्रा करनी पड़ती है। ट्रैकिंग के दौरान मैदानों, पहाड़ों, चट्टानों, जंगलों, झरनों और नदियों से गुजरना पड़ता है, जो कई लोगों के लिए बहुत मुश्किल भी होता है। आपको बता दें कि यह ट्रैकिंग गौरीकुंड से शुरू होकर केदारनाथ पर खत्म होती है। ऐसे में यात्रा से पहले खुद को तैयार करना बहुत जरूरी है।
रजिस्ट्रेशन करना न भूलें
आप सोच रहे होंगे कि अन्य मंदिरों की तरह केदारनाथ जाना भी बहुत आसान है, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केदारनाथ जाने से पहले आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा। सोनप्रयाग पहुंचने के बाद उत्तराखंड सरकार द्वारा बायोमेट्रिक पंजीकरण किया जाता है। पंजीकरण बहुत महत्वपूर्ण है. आपको बता दें कि रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन या ऑनलाइन किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के लिए आपके पास आधार कार्ड या कोई अन्य आईडी होनी चाहिए.
मौसम के प्रति रहें सचेत,
शायद आप जानते हों, अगर नहीं तो हम आपको बता दें कि केदारनाथ मंदिर समुद्र तल से 3 हजार मीटर से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है। हिमालय की गोद में होने के कारण यहां का मौसम मिनटों में बदल जाता है। कभी तेज़ बारिश होती है तो कभी तेज़ धूप होती है. ऐसे में यात्रा पर निकलने से पहले मौसम की जानकारी होना बहुत जरूरी हो जाता है।
गर्म कपड़े साथ रखें
इस वर्ष केदारनाथ मंदिर के कपाट 10 मई 2024 को खुल रहे हैं। देश के अन्य हिस्सों में मई, अप्रैल और जून के महीनों में भीषण गर्मी होती है, लेकिन केदारनाथ ट्रैकिंग के दौरान गर्मी नहीं, बल्कि ठंड होती है और बारिश होने लगती है। हां, अगर आप अप्रैल, मई या जून या फिर जुलाई में केदारनाथ यात्रा के लिए निकल रहे हैं तो अपने साथ गर्म कपड़े जरूर लेकर जाएं। इसके अलावा आपको अपने साथ एक छाता या रेनकोट जरूर पैक करना चाहिए।
इन बातों का भी रखें ख्याल
- केदारनाथ यात्रा पर निकलने से पहले कुछ जरूरी दवाइयां पैक करना न भूलें। जैसे बुखार, सर्दी, खांसी या दर्द आदि।
- केदारनाथ यात्रा पर जाते समय छोटे बच्चों को साथ ले जाने की गलती न करें।
- केदारनाथ ट्रेक रात के समय शुरू न करें, क्योंकि रात के ट्रेक के दौरान ट्रेक के आसपास जंगली जानवर घूमते रहते हैं।
- अपनी यात्रा शुरू करने से पहले अच्छी गुणवत्ता वाले जूते पहनें।
- यदि आप पैदल यात्रा करने में असमर्थ हैं तो गौरीकुंड या सोनप्रयाग से खच्चर से जा सकते हैं।