चारधाम यात्रा टिप्स और ट्रिक्स: हिंदू धर्म में चारधाम यात्रा को बहुत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। इसलिए, हर साल लाखों हिंदू श्रद्धालु चार धाम तीर्थ की यात्रा करते हैं।
हिंदू समाज में चार धाम यात्रा को बहुत शुभ माना जाता है। इस यात्रा में लगभग हर उम्र के लोग शामिल होते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इस यात्रा से जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं और स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
यह सच है कि भारत में चार धाम यात्रा बहुत लोकप्रिय है, लेकिन यात्रा पर जाना इतना आसान नहीं है, क्योंकि यात्रा में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
अगर आप भी पहली बार चार धाम यात्रा पर निकल रहे हैं तो इस लेख में हम आपको कुछ बेहतरीन टिप्स और ट्रिक्स बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप यात्रा को सुरक्षित और यादगार बना सकते हैं।
बिना पंजीकरण के न करें
चारधाम यात्रा की
यात्रा अगर आप एक दिन पहले चारधाम यात्रा की योजना बनाते हैं और अगले दिन चारधाम यात्रा पर जाने की योजना बनाते हैं, तो आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। हां, चारधाम यात्रा के लिए पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
आप चार धाम में शामिल यमुनोत्री धाम, केदारनाथ धाम, गंगोत्री धाम और बद्रीनाथ धाम के लिए एक साथ पंजीकरण करा सकते हैं। इसके लिए आप वेबसाइट recruitmentandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके अलावा आप हरिद्वार और ऋषिकेश जैसी जगहों पर पहुंचकर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी कर सकते हैं।
इन हेल्पलाइन नंबरों को सेव करें
चारधाम यात्रा के दौरान अगर आप किसी कठिन परिस्थिति में फंस जाएं तो स्थानीय प्रशासन से मदद ले सकते हैं। अक्सर देखा जाता है कि भारी बारिश, बादल फटने या भूस्खलन के कारण कई यात्री फंस जाते हैं।
अगर आप भी भारी बारिश, बादल फटने या भूस्खलन के कारण कहीं फंस गए हैं, तो आप पुलिस विभाग 112, फायर ब्रिगेड 101, एम्बुलेंस 108, महिला हेल्पलाइन 1090 और 0135-2559898/ 0135 3520100 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा पर्यटक सूचना सेवा नंबर 1364 पर भी कॉल कर सकते हैं। (बेंगलुरु का प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर)
नोट: ये नंबर उत्तराखंड चार धाम वेबसाइट से लिए गए हैं।
चारधाम यात्रा कहां से शुरू करें
पहली बार चारधाम यात्रा कर रहे लोग इस बात को लेकर बहुत झिझक रहे हैं कि चारधाम यात्रा कहां से शुरू करें। वैसे तो आप देश के किसी भी कोने से यात्रा शुरू कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून आना होगा।
हरिद्वार और ऋषिकेश से चार धाम जाना बहुत आसान है, क्योंकि यहां से केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के लिए बसें आसानी से उपलब्ध हैं।
चार धाम यात्रा का सबसे अच्छा समय?
कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि चार धाम की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय क्या है, तो आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि सितंबर से अक्टूबर का समय सबसे अच्छा समय माना जाता है। सितंबर और अक्टूबर में ज्यादा बारिश नहीं होती और यात्रा का माहौल भी सुखद रहता है।
आपको बता दें कि बर्फबारी के दौरान चारधाम यात्रा करीब छह महीने तक बंद रहती है। साथ ही मानसून सीजन के दौरान भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन का भी डर रहता है।
चारधाम यात्रा टिप्स और ट्रिक्स की पैकिंग पर विशेष ध्यान दें
चारधाम यात्रा के लिए आप क्या सामान पैक कर रहे हैं, इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। मौसम को ध्यान में रखते हुए आप सभी सामान को वॉटरप्रूफ बैग में पैक कर सकते हैं।
बैग पैक करते समय आप कपड़ों के साथ-साथ रेन कोट, कुछ जरूरी दवाइयां, पावर बैंग, टॉर्च और फास्ट फूड भी पैक कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ जरूरी कागजात जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड या कोई अन्य पहचान पत्र भी साथ ले जाना न भूलें।