शिंगोडा खाने के बाद पेट गुब्बारे की तरह फूल जाता है? तो जानिए किसे बचना चाहिए

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सर्दी का मौसम शुरू होते ही बाजार में पानी के छिलके आने शुरू हो गए हैं। यह स्वास्थ्य के लिए कई लाभकारी गुणों से भरपूर है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, मैग्नीशियम, पोटेशियम और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और शरीर को ऊर्जा देने में मदद करते हैं। हालांकि, कुछ लोगों के लिए इसे खाने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर पेट फूलने और अपच से पीड़ित लोगों को इसे सावधानी से खाना चाहिए।

दरअसल, सिंघाड़े में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मददगार है। लेकिन अधिक या अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह गैस और अपच का कारण बन सकता है। खासकर जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्या है, उन्हें ज्वार को पचाने में दिक्कत हो सकती है, जिससे पेट में भारीपन और दर्द हो सकता है।

कौन से सींग नहीं खाने चाहिए?
विशेषज्ञों के अनुसार, गैस्ट्रिक या इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) से पीड़ित लोगों को शिंगोडा खाने से बचना चाहिए। सिंघाड़े में मौजूद फाइबर इन लोगों के लिए पाचन को मुश्किल बना देता है, जिससे गैस और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा जो लोग पहले से ही पेट फूलने या कब्ज की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें भी शिंगोड़ा का सेवन सोच-समझकर करना चाहिए।

सिंघाड़े को कच्चा या उबालकर
पीने से भी पेट में भारीपन महसूस होता है। इसलिए इसे उबालकर या हल्का पकाकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। साथ ही अपच से पीड़ित लोगों को इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

समस्या के बाद क्या करें?
अगर किसी को शिंगोड़ा खाने के बाद पेट खराब लगता है, तो वह गर्म पानी पी सकता है या अदरक की चाय का सेवन कर सकता है, जिससे पाचन में मदद मिलती है। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि किसी भी चीज का अधिक सेवन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इसलिए, इसे अपने आहार में संयमित और उचित तरीके से शामिल करना महत्वपूर्ण है।