“संडे हो या मंडे, रोज़ खाओ अंडे” यह गाना अंडे के पोषण से भरे लाभों को देखते हुए ही बनाया गया होगा। अंडा प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और कैल्शियम से भरपूर एक सुपरफूड है, जो सर्दियों में खासतौर पर सेहत को कई फायदे देता है। लेकिन सर्दियों में बढ़ी डिमांड के कारण बाजार में नकली अंडों की बिक्री भी शुरू हो जाती है।
नकली अंडे जिलेटिन, आर्टिफिशियल कलर और केमिकल्स से बनाए जाते हैं, जो लिवर, किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं और केमिकल एलर्जी का कारण बन सकते हैं। आपकी सेहत पर इन नकली अंडों का दुष्प्रभाव न पड़े, इसके लिए असली और नकली अंडे की पहचान करना बेहद जरूरी है।
असली और नकली अंडे की पहचान कैसे करें?
- अंडे के छिलके की बनावट
- असली अंडा: हल्का खुरदुरा और दानेदार छिलका होता है।
- नकली अंडा: चिकना और ज्यादा चमकदार छिलका।
- अंडे को हिलाकर देखें
- असली अंडा: हिलाने पर कोई आवाज नहीं आती।
- नकली अंडा: हिलाने पर पानी जैसी आवाज आ सकती है।
- छिलके की मजबूती
- असली अंडा: छिलका आसानी से टूटता है और उसके अंदर पतली झिल्ली होती है।
- नकली अंडा: छिलका सख्त होता है और टूटने पर प्लास्टिक जैसा महसूस होता है।
- जर्दी की बनावट
- असली अंडा: जर्दी गोल और सख्त होती है।
- नकली अंडा: जर्दी कम गोल होती है और आसानी से टूट सकती है।