नई दिल्ली, 18 नवम्बर (हि.स.)। भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) के चंगुल से सात भारतीय मछुआरों को बचाया है, जिन्हें भारत-पाकिस्तान समुद्री सीमा के पास पकड़ लिया गया था। आईसीजी का जहाज सोमवार को भारतीय मछुआरों के साथ ओखा हार्बर लौटा, जहां सभी की चिकित्सा जांच की गई। इस घटना के दौरान दुर्भाग्य से मछली पकड़ने वाली भारतीय नाव ‘काल भैरव’ क्षतिग्रस्त होकर समुद्र में डूब गई।
आईसीजी के मुताबिक 17 नवंबर को अपराह्न लगभग 3.30 बजे गश्त पर तैनात आईसीजी के जहाज को नो-फिशिंग ज़ोन के पास काम कर रही एक भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव से संकट की सूचना मिली। कॉल में बताया गया कि एक अन्य भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव काल भैरव को पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी के पोत ने अपने कब्जे में लेकर भारतीय चालक दल के सात सदस्यों को पकड़ लिया है। इसके जवाब में आईसीजी के जहाज को तुरंत अधिकतम गति से बताए गए स्थान पर भेजा गया।
पीएमएसए का जहाज ‘नुसरत’ भारतीयों को लेकर भारत-पाकिस्तान समुद्री सीमा के पीछे जाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन इसके बावजूद आईसीजी के जहाज ‘अग्रिम’ ने दो घंटे तक पीछा करने के बाद पीएमएसए के जहाज को रोक लिया। उन्हें साफ तौर पर बताया कि किसी भी हालत में वह पाकिस्तानी जहाज को भारतीय जल क्षेत्र से मछली पकड़ने वाली नाव काल भैरव से भारतीय मछुआरों को ले जाने की अनुमति नहीं देगा। पाकिस्तानी जहाज पर भारतीय मछुआरों को छुड़ाने के लिए दबाव बनाया। इसके बाद आईसीजी जहाज सात मछुआरों को सुरक्षित वापस लाने में सफल रहा, जिनकी चिकित्सा जांच की गई। इस घटना के दौरान दुर्भाग्य से मछली पकड़ने वाली भारतीय नाव ‘काल भैरव’ क्षतिग्रस्त होकर समुद्र में डूब गई।
आईसीजी का जहाज 18 नवंबर को ओखा हार्बर लौटा, जहां आईसीजी, राज्य पुलिस, खुफिया एजेंसियों और मत्स्य अधिकारियों ने संयुक्त रूप से घटना की जांच की, ताकि बचाव अभियान के लिए परिस्थितियों को परखा जा सके। यह सफल प्रयास समुद्र में भारतीय मछुआरों की सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए आईसीजी की निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, जो भारतीय समुद्री समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने में इसके संकल्प को दर्शाता है।