नई दिल्ली: एक समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कटु आलोचक रहीं और यहीं से पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने वाली और यहां से पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने वाली जेएनयू छात्र संगठन की पूर्व अध्यक्ष शेहला रशीद ने अचानक यू-टर्न ले लिया है और अब वह मोदी की प्रशंसक बन रही हैं।
जब पत्रकारों ने उनसे उनके द्वारा किए गए इस बदलाव के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं बदला हूं, बल्कि कश्मीर के हालात बदले हैं और वह बदलाव रचनात्मक रहा है।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘हमने यह भी देखा है कि कश्मीर में आम नागरिक भी प्रधानमंत्री की रैली में शामिल होने के लिए लाइन लगा रहे हैं. मेरा इरादा किसी सत्ताधारी पार्टी को बदनाम करना नहीं है.’ मैं ये भी नहीं कह रहा कि कश्मीर में लोग अब ‘मोदी मोदी मोदी’ कहने लगे हैं. इसके विपरीत, लोगों को सरकार से शिकायतें हैं। लेकिन लोग सरकार को अपनी सरकार समझते हैं.
यहां आयोजित सीएनएन न्यूज-18 ‘राइजिंग इंडिया समिट’ में बोलते हुए, जेएनयू छात्र संगठन के पूर्व उपाध्यक्ष ने कहा, ‘मैं स्वीकार करता हूं कि अभी भी कई मुद्दे हैं। जैसे ‘बिजली कटौती’ या सड़क संबंधी लेकिन वो मुद्दे देश के अन्य हिस्सों में भी हैं. ऐसा सिर्फ कश्मीर में नहीं है.’
संवाददाता ने उनसे आगे पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आपका नजरिया कब बदला? अपने जवाब में उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय से मेरा दृष्टिकोण बदल गया है, जब केंद्र सरकार ने तेजी से कार्रवाई करना शुरू किया, इसलिए लाखों लोगों की जान बचाई गई है. तब से मैं मोदी का प्रशंसक हूं।’