Humanity shamed in Alwar: बेटे की जान लेने के लिए पिता और तांत्रिक ने की नरबलि की साजिश पत्नी बनी मुखबिर

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News India Live, Digital Desk:Humanity shamed in Alwar:  राजस्थान के अलवर जिले से एक बेहद ही हृदय विदारक और रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। यहां एक कलयुगी पिता ने अपनी पत्नी बच्चे की सौतेली मां और एक तांत्रिक के साथ मिलकर महज 8 साल के अपने ही बेटे की नरबलि देने की भयावह साजिश रची, और उसे अंजाम भी दिया। यह वारदात अंधविश्वास और दरिंदगी की सारी हदें पार कर गई है।

जानकारी के अनुसार, यह भयानक अपराध अलवर के राजगढ़ थाना क्षेत्र में एक सूखे कुएं के पास किया गया। बताया जा रहा है कि इस निर्मम हत्या के पीछे न सिर्फ काला जादू और तांत्रिक अनुष्ठान का अंधविश्वास था, बल्कि कुछ निजी स्वार्थ और जमीन-जायदाद से जुड़े विवाद भी छिपे हुए थे। आरोप है कि तांत्रिक ने पिता और सौतेली मां को बहकाया था कि ऐसा करने से उन्हें धन लाभ होगा और उनकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी।

पुलिस के अनुसार, हत्या इतनी जघन्य थी कि उन्होंने बच्चे के शव को न सिर्फ कुएं में फेंक दिया था, बल्कि तांत्रिक अनुष्ठान के हिस्से के रूप में मासूम का कलेजा भी निकाल लिया गया था। यह सुनकर किसी का भी दिल दहल जाएगा कि मानव बलि के इस भयावह कार्य में खुद बच्चे का पिता और उसकी सौतेली माँ शामिल थे। लेकिन कहानी में एक नया मोड़ तब आया, जब आरोपी पिता की पहली पत्नी ने इस पूरे मामले का खुलासा किया। दरअसल, जिस मृत बच्चे की बलि दी गई, वह पिता की पहली पत्नी का बेटा था। उसने साहस दिखाते हुए पुलिस को अपने पति और तांत्रिक के काले इरादों के बारे में सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की।

पुलिस ने तेजी दिखाते हुए इस पूरे मामले की गुत्थी सुलझाई और मामले में आरोपी तांत्रिक के साथ-साथ बच्चे के पिता और सौतेली मां को भी गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ हत्या, नरबलि और आपराधिक साजिश सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह घटना समाज में अंधविश्वास के गहरे जड़ों को दिखाती है, जो लोगों को ऐसे घिनौने अपराधों की ओर धकेल देता है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि सभी आरोपी पकड़ में आ सकें और मृतक बच्चे को न्याय मिल सके।

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