रितिक पॉल और मिस मननजोत कौर वर्ष 2024 के बेस्ट छात्र से सम्मानित

आरएस पुरा, 24 मई (हि.स.। सरकारी डिग्री कालेज आरएसपुरा में शुक्रवार को एक कार्यक्रम आयोजित कर अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की शिक्षा पूरी हो जाने पर जूनियर विद्यार्थियों ने उन्हें सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया। समारोह में प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपने सीनियर्स को भावभीनी विदाई दी।

छात्रों ने इस अवसर का आनंद लिया और भारी मन से कॉलेज से प्रस्थान किया। एक के बाद एक रंगारंग परफार्मेंसिस का दौर लगातार चलता रहा। इस मौके पर विद्यार्थियों ने मंच पर सोलो और ग्रुप डांस परफार्मेंसिस दी। इसके बाद रैंप वाक का राउंड चला। रितिक पॉल और मिस मननजोत कौर को वर्ष 2024 का छात्र घोषित किया गया। बताते चलें कि मिस मननजोत कौर भारतीय जनता पार्टी पंचायती राज प्रकोष्ठ के राज्य उप प्रधान एवं पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह सैनी की बेटी है।

विदाई समारोह को बतौर मुख्य अतिथि प्राचार्य डा. रजनी भगत ने संबोधित करते हुए अंतिम वर्ष के सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल की कामना की। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को अपने जीवन में हमेशा कठोर परिश्रमी व अनुशासित बने रहने का संदेश दिया। उन्होंने अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को अपने माता-पिता तथा कालेज का नाम रोशन करने का आह्वान किया। डॉ. रजनी भगत ने छात्रों को आशीर्वाद दिया और आश्वासन दिया कि कॉलेज छोड़ने के बाद भी उन्हें कॉलेज का समर्थन हमेशा मिलता रहेगा।

उन्होंने आगे कहा कि मुझे यकीन है कि आज आप शिक्षा के इस मंदिर से ज्ञान का खजाना अपने दिल और दिमाग में ले जा रहे हैं। डॉ. राजिंदर शर्मा ने बैच को सबसे प्रतिभाशाली लोगों में से एक बताते हुए इसकी सराहना की। उन्होंने उन्हें यह कहकर प्रोत्साहित किया कि उन्हें अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करना चाहिए और कॉलेज से सीखे गए नैतिक मूल्यों और अनुशासन का पालन करना चाहिए। सांस्कृतिक समिति की संयोजक डॉ. शिवानी मनचंदा ने निवर्तमान छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि एक अच्छा छात्र एक अच्छे शिक्षक के बिना कुछ नहीं कर सकता है और एक शिक्षक को तब बुरा लगता है जब उन्हें एक अच्छा छात्र नहीं मिलता है। यह शिक्षक की जिम्मेदारी है कि उन्हें एक छात्र को सही रास्ते पर लाना होगा। हालाँकि यह एक छात्र की भी ज़िम्मेदारी है कि वह सही रास्ते पर रहने के लिए अपने शिक्षक के आदेशों का पालन करे। उन्हें भी एक-दूसरे का समान रूप से समर्थन करने की जरूरत है। इस अवसर पर बोलने वाले अन्य लोगों में डॉ. नीना गुप्ता, डॉ. चंचल अंगराल, प्रो. शिफाली अबरोल और प्रो. सुदेश कुमार भी शामिल रहे।