मानसून में महिलाओं को अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता का कैसे ख्याल रखना चाहिए? ये तरीके काम आएंगे

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साफ और सूखे कपड़े पहनें: बारिश में गीले कपड़े पहनने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। हमेशा सूखे और साफ कपड़े पहनें। अगर कपड़े गीले हो जाएं तो उन्हें तुरंत बदल लें और शरीर को अच्छी तरह सुखा लें।
साफ अंडरगारमेंट्स पहनें: साफ और सूखे अंडरगारमेंट्स पहनना बहुत जरूरी है। गंदे या गीले अंडरगारमेंट्स पहनने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अंडरगारमेंट्स को रोजाना बदलें और अच्छी तरह धोकर सुखा लें।
साफ अंडरगारमेंट्स पहनें: साफ और सूखे अंडरगारमेंट्स पहनना बहुत जरूरी है। गंदे या गीले अंडरगारमेंट्स पहनने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अंडरगारमेंट्स को रोजाना बदलें और अच्छी तरह धोकर सुखा लें।
महिलाओं को अपने व्यक्तिगत स्वच्छता उत्पादों जैसे सैनिटरी नैपकिन और पैंटी लाइनर का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए। हर 4-6 घंटे में इन चीजों को बदलना जरूरी है, चाहे ब्लीडिंग हल्की हो या ज्यादा, इससे त्वचा को साफ और सूखा रखने में मदद मिलती है।
महिलाओं को अपने व्यक्तिगत स्वच्छता उत्पादों जैसे सैनिटरी नैपकिन और पैंटी लाइनर का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए। हर 4-6 घंटे में इन चीजों को बदलना जरूरी है, चाहे ब्लीडिंग हल्की हो या ज्यादा, इससे त्वचा को साफ और सूखा रखने में मदद मिलती है।
उपयोग के बाद स्वच्छता उत्पादों का उचित तरीके से निपटान करें। इन्हें खुले में न फेंकें और यदि संभव हो तो बायोडिग्रेडेबल उत्पादों का उपयोग करें।
उपयोग के बाद स्वच्छता उत्पादों का उचित तरीके से निपटान करें। इन्हें खुले में न फेंकें और यदि संभव हो तो बायोडिग्रेडेबल उत्पादों का उपयोग करें।
बरसात के मौसम में नमी और प्रदूषण अधिक होता है। इससे बैक्टीरिया और फंगस पनप सकते हैं। प्रतिदिन स्नान करें और जीवाणुरोधी साबुन का प्रयोग करें। इससे आपकी त्वचा साफ और तरोताजा रहेगी।
बरसात के मौसम में नमी और प्रदूषण अधिक होता है। इससे बैक्टीरिया और फंगस पनप सकते हैं। प्रतिदिन स्नान करें और जीवाणुरोधी साबुन का प्रयोग करें। इससे आपकी त्वचा साफ और तरोताजा रहेगी।