पानी पीने का सही तरीका: मानव शरीर का 60 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना है। पानी के बिना इंसान ज़िंदा नहीं रह सकता। इसीलिए कहा जाता है – ‘जल ही जीवन है’। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पानी पीने का भी एक सही तरीका होता है?
आयुर्वेद डॉ. डिंपल जागड़ा का कहना है कि पानी में कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर के कामकाज के लिए बेहद जरूरी होते हैं। ऐसे में अगर आप गलत तरीके से पानी पी रहे हैं, तो इससे आपका शरीर गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकता है। स्वस्थ रहने के लिए हर व्यक्ति को पानी पीते समय इन 3 बातों का खास तौर पर ध्यान रखना चाहिए।
प्लास्टिक की बोतलों से पानी न पियें
एक अध्ययन का हवाला देते हुए विशेषज्ञ कहते हैं कि प्लास्टिक की बोतल से पानी न पिएं। पानी को हमेशा मिट्टी, तांबे और स्टील के बर्तन में रखना चाहिए और फिर पीना चाहिए। बोतलबंद पानी में प्लास्टिक के मलबे के छोटे-छोटे टुकड़े होते हैं जिनका आकार 5 मिमी से भी कम होता है। वैज्ञानिकों के पास इस बात के और सबूत हैं कि परीक्षण किए गए लगभग 80% लोगों के खून में माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषण पाया गया है। ये कण अंगों में जमा हो सकते हैं। जिससे सूजन, कैंसर और डीएनए डैमेज का खतरा होता है।
पानी को गटकना मत
बहुत जल्दी-जल्दी पानी पीने से आपको पर्याप्त मात्रा में हाइड्रेट नहीं मिलता। जब आप इसे बहुत तेज़ी से पीते हैं, तो जो अशुद्धियाँ बाहर निकल जानी चाहिए, वे गुर्दे और मूत्राशय में जमा हो जाती हैं।
खड़े होकर पानी न पियें
आयुर्वेद के अनुसार, जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं, तो आपको पानी से पोषक तत्व नहीं मिल पाते क्योंकि यह आपके पेट के निचले हिस्से में चला जाता है। हमेशा आराम से बैठकर ही पानी पिएं। ताकि आपके पेट और आंत को सहारा मिले और वे पानी से पोषक तत्व और खनिज अवशोषित कर सकें।