भारत में देवी के कई प्रसिद्ध और पावन मंदिर हैं, जहां भक्त माता रानी के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं। हिमाचल प्रदेश का ज्वाला जी मंदिर भी उन्हीं प्रतिष्ठित शक्तिपीठों में से एक है। खासकर नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की अपार भीड़ उमड़ती है।
यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित है और देवी ज्वाला को समर्पित है, जो देवी दुर्गा का एक रूप मानी जाती हैं। इस मंदिर की सबसे खास बात इसकी प्राकृतिक अखंड ज्योति है, जो चट्टानों की दरारों से निरंतर जलती रहती है। इसे देवी के दिव्य स्वरूप के रूप में पूजा जाता है। अगर आप भी मां ज्वाला जी के दर्शन करना चाहते हैं, तो यहां जानिए मंदिर तक पहुंचने के आसान रास्ते।
मां ज्वाला जी मंदिर तक कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग से
अगर आपके पास समय कम है, तो हवाई मार्ग सबसे अच्छा विकल्प है। ज्वाला जी मंदिर के सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा गग्गल (कांगड़ा) हवाई अड्डा है, जो मंदिर से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां से आप टैक्सी या बस लेकर आसानी से मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग से
ट्रेन से यात्रा करने वालों के लिए सबसे पास पठानकोट रेलवे स्टेशन है, जो मंदिर से लगभग 120 किलोमीटर दूर है। पठानकोट से ज्वाला जी मंदिर तक जाने के लिए टैक्सी या बस आसानी से उपलब्ध होती हैं।
सड़क मार्ग से
मंदिर सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला, कांगड़ा और पालमपुर जैसे प्रमुख शहरों से यहां के लिए बसें और टैक्सियां आसानी से मिल जाती हैं। आप चाहें तो अपनी निजी कार से भी यहां आराम से पहुंच सकते हैं।
मां ज्वाला जी मंदिर क्यों जाएं?
हिंदू धर्म के शक्तिपीठों में से एक
प्राकृतिक रूप से जलती अखंड ज्योति का दिव्य चमत्कार
नवरात्रि और अन्य पर्वों पर विशेष पूजा और भव्य आयोजन
हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करने का अवसर