आज की बिजी लाइफस्टाइल में ज्यादातर लोग प्रेशर कुकर में दाल बनाना पसंद करते हैं, क्योंकि इससे समय की बचत होती है। लेकिन क्या आपने कभी महसूस किया है कि दादी-नानी के हाथों की बनी दाल का स्वाद कुछ अलग ही होता था? इसकी वजह यह है कि पहले पतीले या भगोने में धीमी आंच पर दाल पकाई जाती थी, जिससे उसका स्वाद और पोषण दोनों बरकरार रहते थे।
अगर आप भी बिना कुकर के पारंपरिक तरीके से दाल पकाना चाहते हैं, तो हम आपको एक आसान और टेस्टी तरीका बता रहे हैं।
बिना प्रेशर कुकर के टेस्टी दाल बनाने की विधि
किस दाल को भिगोना चाहिए?
अरहर, चना और राजमा – ये दालें पकने में ज्यादा समय लेती हैं, इसलिए इन्हें 4-5 घंटे पहले भिगोना जरूरी है।
मूंग और मसूर – ये हल्की दालें जल्दी पक जाती हैं, इसलिए इन्हें भिगोने की जरूरत नहीं होती।
पतीले में दाल कैसे पकाएं?
एक मोटे तले की कड़ाही या पतीला लें और उसमें 5 कप पानी डालें।
भीगी हुई दाल, हल्दी, थोड़ा नमक और 1 छोटा चम्मच तेल डालें।
तेज आंच पर उबाल आने तक पकाएं, फिर आंच धीमी कर दें।
बीच-बीच में चम्मच से हिलाते रहें और जरूरत पड़ने पर थोड़ा गर्म पानी डालते जाएं।
दाल गली है या नहीं, कैसे चेक करें?
चम्मच या उंगलियों से हल्का मसलकर देखें, अगर दाल नरम हो गई है तो समझ लें दाल पक चुकी है।
अब गैस बंद करें और तड़के की तैयारी करें।
तड़का लगाने का सही तरीका
तड़का पैन में घी गर्म करें।
उसमें जीरा, चुटकी भर हींग, सूखी लाल मिर्च, कटे हुए टमाटर और प्याज डालकर अच्छी तरह भूनें।
तैयार तड़के को दाल में डालें और मिलाएं।
हरा धनिया डालकर गरमा-गरम सर्व करें।
बिना कुकर की बनी दाल के फायदे
दाल का असली स्वाद और खुशबू बनी रहती है।
इसमें पौष्टिकता ज्यादा होती है क्योंकि धीमी आंच पर पकाने से पोषक तत्व नष्ट नहीं होते।
यह पचाने में हल्की और सेहतमंद होती है।
अगर आप भी घर में पारंपरिक स्वाद वाली टेस्टी दाल बनाना चाहते हैं, तो यह तरीका जरूर आजमाएं!