डाइनिंग रूम घर का वह पवित्र स्थान है जहां परिवार साथ बैठकर भोजन करता है और आपसी संबंधों को मजबूत करता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, डाइनिंग रूम का सही तरीके से डिजाइन होना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है बल्कि घर में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य, और वैभव भी लाता है। आइए जानते हैं वास्तुशास्त्र के अनुसार डाइनिंग रूम को कैसे बनाएं।
डाइनिंग रूम को वास्तुशास्त्र के अनुसार कैसे बनाएं सुख-समृद्धि का केंद्र-
1. डाइनिंग टेबल का स्थान और आकार
- डाइनिंग टेबल को ऐसी जगह पर रखें, जहां कोने आराम करने वाली जगह की ओर न हों। यह शुभ नहीं माना जाता।
- टेबल का आकार गोल या अंडाकार होना चाहिए। गोल आकार परिवार के सदस्यों के बीच की दूरी को कम करता है और भोजन के दौरान जुड़ाव बढ़ाता है।
- गोल टेबल पर खाना परोसना और लेना आसान होता है, जिससे वातावरण सौहार्दपूर्ण बना रहता है।
2. टूटे और पिचके बर्तनों का प्रयोग न करें
- डाइनिंग रूम में टूटे या पिचके बर्तन वास्तु दोष का कारण बनते हैं।
- अगर आपके डाइनिंग रूम में ऐसे बर्तन हैं, तो उन्हें तुरंत हटा दें।
- अच्छी स्थिति में प्लेट, गिलास और बर्तन इस्तेमाल करने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
3. ताजे फूल और फल रखें
- डाइनिंग टेबल के ऊपर ताजे फूल और गोल बर्तन में फल रखना शुभ माना जाता है।
- यह न केवल डाइनिंग रूम को ताजगी और सुंदरता देता है, बल्कि परिवार में सुख-समृद्धि का भी प्रतीक है।
- हमेशा ताजे फूल और फलों का ध्यान रखें, मुरझाए हुए फूलों को तुरंत हटा दें।
4. टीवी और घड़ी का न करें उपयोग
- वास्तुशास्त्र के अनुसार, डाइनिंग रूम में टीवी और घड़ी नहीं होनी चाहिए।
- टीवी से ध्यान भटकता है और परिवार के सदस्यों के बीच संवाद में कमी आती है।
- यदि डाइनिंग रूम में घड़ी लगी है, तो उसे वहां से हटा दें क्योंकि यह वास्तु दोष उत्पन्न करती है।
5. पेंटिंग्स और पौधों से बढ़ाएं सुंदरता
- डाइनिंग रूम में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के लिए दीवारों पर प्रेरणादायक और सकारात्मक पेंटिंग्स लगाएं।
- छोटे-छोटे पौधों को सजावट के रूप में रखें। ये कमरे में ताजगी और जीवंतता लाते हैं।
- यह सुनिश्चित करें कि पेंटिंग्स और सजावट में ऐसी चीजें हों जो खुशी और सौहार्द का प्रतीक हों।
6. सफाई और रोशनी का रखें ध्यान
- डाइनिंग रूम को हमेशा साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें।
- अंधेरे कोनों से बचें और पर्याप्त रोशनी का प्रबंध करें।
- प्राकृतिक रोशनी के साथ हल्के रंगों का उपयोग कमरे में सकारात्मकता बनाए रखने में मदद करता है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार डाइनिंग रूम: सुख-शांति का द्वार
डाइनिंग रूम केवल भोजन करने की जगह नहीं है, बल्कि यह परिवार के बीच प्यार और संबंधों को बढ़ावा देने का स्थान भी है। वास्तुशास्त्र के इन सरल उपायों को अपनाकर आप अपने डाइनिंग रूम को एक ऐसा स्थान बना सकते हैं, जहां सकारात्मक ऊर्जा, सुख-समृद्धि और खुशियां हमेशा बनी रहें।